नई दिल्ली। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ïली के कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने विश्वविद्यालय परिवार तथा देशवासियों को वर्ष -२०23 की बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि यह व्यवहार वर्ष अपने देश के लिए खुशहाली तथा उपलब्धियों से भरा हो। साथ ही विश्व शान्ति और मानव कल्याण का वाहक भी बनें।
कुलपति ने कहा कि भारतीय दर्शन में काल की अवधारणा वृत्तात्मक तथा विशेष खगोलीय विमर्श होने के कारण भारतीय काल गणना के अनुसार यद्यपि दिसंबर के मास में भारतीय नववर्ष नहीं मनाया जाता है। लेकिन भारत वर्ष सदियों से उत्सवों का देश रहा है और इसकी धरती पर बसने वाले नाना धर्मों, पंथों, संप्रदायों तथा भाषा भाषियों की प्रत्यक्ष या परोक्ष पहचान भारतीय संस्कृति से भी जुड़ी हुई है। यही कारण है कि ये भी हमारे अभिन्न और अनिवार्य हिस्सा हैं।

