By Ashish Gore, Bengaluru स्वतंत्र भारत के महानायकों की सूची में गौरवपूर्ण स्थान अर्जित करने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री. लाल बहादुर शास्त्री जी की आज 56वीं पुण्य तिथि है। इस अवसर पर पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। मैंने जिस तरह उनके बारे में सोचा और महसूस किया, इस लेख के […]
अपनी बात
नए दौर के लोकतंत्र को मजबूत करेगी-ई लर्निंग
सुमित सौरभ (डायरेक्टर, डिजाइन सर्कल) लोकतांत्रिक मूल्यों को सहेजने में आमजन की सहभागिता और जागरुकता बेहद जरुरी है, डिजिटल लर्निग के माध्यम से जनजागरुकता बढाकर ऐसी समस्याओं पर न केवल काबू पाया जा सकता है, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गो को एक नई दिशा दी जा सकती है। शिक्षा क्षेत्र में ई-लर्निंग का प्रयोग लंबे अरसे […]
विदेशी भाषा अंग्रेजी की हर स्तर पर वर्चस्व की भूल को भी सुधार दो
लौह पुरुष पटेल जी बने होते प्रधानमंत्री तो विविध भाषा बोली की रियासतों की तरह मानसिक आजादी भी मिल जाती: धामी न्यायालय में फैसलों में भी विदेशी भाषा का वर्चस्व समाप्त हो रवींद्र सिंह धामी खटीमा। विदेशी भाषा अंग्रेजी का वर्चस्व भारतीय संस्कृति, इतिहास, जीवन दर्शन को नष्ट कर हमारे स्वाभिमान, गौरव एवं आस्था को […]
चुनावी घोषणा पत्र में जगह पाने लगा है मातृभाषा को बढ़ावा
रवींद्र सिंह धामी की फेसबुक वॉल से देश भर के भाषा समर्थकों को प्रणाम। भाषा आंदोलनकारी हर स्तर पर अंग्रेजी की अनिवार्यता समाप्त कर भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने की मांग निरन्तर उठा रहे हैं। बीते दिनों प्रधानमंत्री के नाम पर खुला पत्र जारी कर भारतीय संस्कृति की वाहक भारतीय भाषाई अस्मिता के संघर्ष को […]