नई दिल्ली। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने भोपाल परिसर के छात्र प्रिय प्रियांशु पाराशर को लेखन के क्षेत्र में वर्ष 2023 के लिए भारत विभूषण पुरस्कार, राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार तथा राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार मिलने पर खुशी जताई है। प्रो. वरखेड़ी ने कहा कि प्रियांशु ने न केवल अपने आप को एक युवा लेखक के रूप में स्थापित किया है, बल्कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय और पूरे संस्कृत समाज की प्रतिष्ठा को भी बढ़ाया है ।
यह पुरस्कार सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम मन्त्रालय भारत सरकार की ओर से दिया जाता है। प्रियांशु की किताबें संसार और सुधा तथा एक और प्रेम कथा और प्रेम का मनोविज्ञान इसलिए भी चर्चा में है कि इनको लेकर टीवी सीरियल बनने की तैयारी चल रही है और कुछ प्रदेशों में इन पर रंग प्रयोग भी किये जा रहें हैं। इसके अलावा अनेक राज्यों के बोर्ड पाठ्यक्रमों में भी इन्हें समायोजित करने की बात की गई है। प्रो वरखेड़ी ने कहा है कि ये प्रकाशन इसलिए भी लोकप्रिय हो रहें हैं कि युवा मन के समकालीन प्रेमपरक भावनात्मक समस्याओं को भी उजागर करते दिख रहें हैं। बाल तथा तरुण साहित्य के लेखन के लिए बाल एवं युवा लेखकों को आगे बढऩे का पर्याप्त अवसर दिया जाना चाहिए। इससे बाल या किशोर साहित्य का कथानक तथा उसका बिम्ब और प्रभावी तथा लोकप्रिय हो सकेगा। भोपाल परिसर के निदेशक प्रो रमाकान्त पाण्डेय ने भी हर्ष व्यक्त करते पाराशर की प्रतिभा का जिक्र किया। शिक्षा विभाग के अध्यक्ष गोविन्द पाण्डेय ने भी कहा कि प्रियांशु शुरु से ही प्रतिभावान छात्र रहा है।

