हल्द्वानी। बागेश्वर और उद्यमसिंह नगर में हुई दो अलग-अलग घटनाओं में तेंदुएं ने दो बच्चों की जान ले ली। पहली घटना बागेश्वर जिले के कांडा तहसील के धरमघर वन रेंज के औलानी गांव की है, जहां एक तीन वर्षीय बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया और उसकी जान ले ली। वहीं दूसरी घटना उद्यमसिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र की है जहां तेंदुए ने एक 13 वर्षीय बालक पर हमला कर दिया और उसकी भी जान ले ली। दोनों घटनाओं से गांव में दहशत का माहौल बना है। लोगों ने तेंदुए को जल्द से जल्द पकडऩे की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बागेश्वर जिले की कांडा तहसील के धरमघर वन रेंज के औलानी गांव निवासी रवि उप्रेती की तीन वर्षीय बेटी योगिता गुरुवार शाम को अपनी दादी के साथ खेल रही थी। साथ में उसका छोटा भाई शौर्य भी खेल रहा था। तभी अचानक तेंदुए ने योगिता पर हमला करके उसे उठा ले गया। तभी परिजन और ग्रामीणों शोर मचाते हुए तेंदुए के पीछे दौड़े तो बच्ची को कुछ दूरी पर छोडक़र तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। ग्राम प्रधान गीता देवी ने बताया कि तेंदुए ने मासूम के गले व सिर पर गहरे जख्म कर दिए थे। ग्रामीणों ने तेंदुए को जल्द पकडऩे की मांग की है।
तेंदुए के हमले की दूसरी घटना ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र में रनसाली रेंज के ग्राम बिचवा भूड़ में हुई। गांव के कुलविंदर सिंह उर्फ किंदा का 13 वर्षीय बेटा गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी घर के आंगन में लगे नल में हाथ धो रहा था तभी गन्ने के खेत से अचानक निकले तेंदुए ने गोपी पर हमला कर दिया और उसकी गर्दन पकडक़र खींच ले गया। माता-पिता और परिजनों के शोर मचाने पर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। तेंदुए के हमले से गंभीर रूप से घायल गोपी को परिजन सितारगंज उपजिला अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने गोपी को मृत घोषित कर दिया।

वहीं रानीखेत इलाके में बुधवार देर शाम बाइक से घर लौट रहे क्षेत्र पंचायत सदस्य खिरखेत नीरज तिवारी और उनके मित्र धर्मेंद्र चौधरी पर ग्वाड़ स्टेट के पास तेंदुए ने हमला कर दिया। इससे उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई। शोर मचाने पर तेंदुआ वहां से भाग गया लेकिन दोनों के पांव पर झपटï्टा मार गया। जिससे सभी गांवों में दहशत का माहौल है।
अल्मोड़ा के चीनाखान में पिंजरे में कैद हुआ गुलदार
अल्मोड़ा के चीनाखान मुहल्ले में गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। पिजरे में कैद हुए गुलदार को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पिंजरे में कैद हुए गुलदार को ले गई। उत्तराखण्ड के अधिकांश इलाकों में गुलदार का भय बना हुआ है। आए दिन गुलदार कई लोगों पर जान लेवा हमला करते जा रहे हैं। ऐेसे में वन विभाग की ओर से जगह जगह गुलदारों को पकडऩे के लिए पिंजरे लगाए गए हैं। बीती रात चीनाखान में लगाए गए पिजरे में गुलदार फंस गया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।

