नई दिल्ली। देश के पहले मतदाता होने का गौरव रखने वाले किन्नौर के श्याम सरन नेगी का निधन हो गया है। निधन से दो दिन पहले ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया था। बुजुर्ग होने के चलते मतदान टीम उनके घर पहुंची थी और पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान की तारीख से पहले ही वोट लिया था। उनका वोट लेने के लिए चुनाव आयोग की ओर से खास इंतजाम किए गए थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए 2 नवम्बर को ही 34वीं बार पोस्टल वोट डाला।
मालूम हो कि श्याम सरन नेगी ने देश के पहले आम चुनाव में वोट डाला था और तब से वह कभी भी वोट डालने का मौका नहीं चूके थे।
श्याम सरन नेगी की उम्र 106 साल थी पर भी कभी भी मतदान का मौका नहीं चूके थे। श्याम सरन नेगी कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। दो नवम्बर को ही उन्होंने हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया था। किन्नौर के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर आबिद हुसैन ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से श्याम सरन नेगी के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। उन्हें पूरे सम्मान के साथ विदाई दी जाएगी।
श्याम सरन नेगी का जन्म 1 जुलाई 1917 में हुआ था। वे किन्नौर के कल्पा में अध्यापक के तौर पर कार्यरत थे। भारत में ब्रिटिश शासन की समाप्ति के बाद जब 1951 में पहली बार आम चुनाव कराए गए थे तो श्याम सरन नेगी पहले शख्स थे, जिन्होंने मतदान किया था। वह 25 अक्टूबर, 1951 को लाइन में लगकर मतदान करने वाले पहले शख्स थे। तब आम चुनाव फरवरी 1952 में हुए थे, लेकिन हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के चलते 5 महीने पहले ही मतदान करा लिया गया था।


