देहरादून। सेना प्रमुख (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सुरक्षा बलों की परिचालन तैयारियों का आकलन करने के लिए उत्तराखंड में अग्रिम चौकियों का दौरा किया। यात्रा के दौरान जनरल द्विवेदी ने भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मियों के साथ बातचीत की और कठोर और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कर्तव्यों का पालन करते हुए उनके असाधारण समर्पण और लचीलेपन की प्रशंसा की।
सेना प्रमुख ने आधुनिक युद्ध में प्रौद्योगिकी के बढ़ते महत्व पर जोर दिया। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने ‘संचालन में प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने और मौजूदा और उभरते सुरक्षा खतरों के खिलाफ सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल दिया।’
इससे पहले रविवार को जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए इसे भारत की एकता, संकल्प और आत्मविश्वास का एक शक्तिशाली प्रमाण बताया। गढ़वाल क्षेत्र में सेवारत सामुदायिक रेडियो स्टेशन ‘इबेक्स तराना’ के उद्घाटन पॉडकास्ट पर बोलते हुए जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन की सटीकता और प्रभावशीलता पर प्रकाश डाला, जिसमें भारतीय सेना की ताकत, अनुशासन और जिम्मेदारी का प्रदर्शन किया गया।
सीओएएस ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य जवाब नहीं था, यह भारत की एकता, संकल्प और आत्मविश्वास की अभिव्यक्ति थी। सरकार ने हमें पूरी रणनीतिक स्वतंत्रता दी और देशवासियों ने जो भरोसा दिखाया, वह हमारी प्रेरणा का स्रोत बन गया। हमने बिना किसी नागरिक हताहत के नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इससे पता चलता है कि भारतीय सेना न केवल शक्तिशाली है, बल्कि जिम्मेदार भी है।’







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