-दो शिक्षकों के भरोसे स्कूल, ट्रांसफर नहीं रुका तो धरना देंगे अभिभावक
अल्मोड़ा। रा.उ.मा.वि चमुवा में एक माह के अंदर चार शिक्षकों का ट्रांसफर होने से छात्रों की पढ़ाई ठप हो गई है। अब यहां छठी से दसवीं तक की कक्षाओं को पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षक रह गए हैं। इस व्यवस्था से चिंतित और नाराज अभिभावकों ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर जल्द से जल्द विद्यालय में रिक्त पड़े पदों पर शिक्षकों की तैनाती करने और प्रभारी प्रधानाध्यापक का समायोजन रुकवाने की मांग की है, जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके। अभिभावकों का कहना है कि यदि ट्रांसफर नहीं रोका गया तो वे धरना देने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
खण्ड शिक्षा अधिकारी धौलादेवी को लिखे पत्र में अभिभावकों ने कहा है कि विभाग ने रा.उ.मा.वि. चमुवा से विगत एक माह के अंदर चार अध्यापकों का ट्रांसफर कर दिया है। कक्षा 6 से 10वीं तक के इस विद्यालय में अब मात्र दो अध्यापक रह गए हैं, जिनके पास कार्यालय संबंधी अन्य काम भी रहता है। ऐसे मेंं विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। अभिभावकों ने पत्र की प्रतिलिपि जिला अधिकारी अल्मोड़ा, खण्ड शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा और विधायक जागेश्वर को भी दी है और तत्काल अध्यापकों की नियुक्ति की मांग की है। अभिभावकों का कहना है कि यदि विद्यालय में तत्काल शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई और प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष चन्द्र गडक़ोटी का ट्रांसफर (समायोजन) नहीं रोका गया तो वे अपने बच्चों के साथ धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर हो जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी।
अभिभावकों का कहना है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष चन्द्र गडक़ोटी के कार्यकाल में विगत 8 साल में बच्चों का प्रदर्शन शानदार रहा। अब एकाएक एक महीने के अंदर ही पहले तीन शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया और अब प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष चन्द्र गडकोटी का समायोजन किसी और विद्यालय में करने के आदेश जारी किए हैं। ऐसे में विद्यालय की व्यवस्था ही चरमरा गई है। अभिभावकों का कहना है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी ने ट्रांसफर किए गए अध्यापकों के बदले अध्यापकों की नियुक्ति करने के बजाए यहां से प्रभारी प्रधानाध्यापक का ही समायोजन के आदेश दे दिए हैं जिससे बच्चों की पढ़ाई लगभग ठप हो गई है। इस आदेश से अभिभावकों ने नाराजगी जताते हुए अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता जताई है।
पहले किया ट्रांसफर, अब लगाया व्यवस्था में
वहीं खण्ड शिक्षा की ओर से बुधवार को यहां दो अध्यापकों को व्यवस्था के तहत भेजा गया, जिनमें से एक शिक्षक का कुछ दिन पहले ही यहां से ट्रांसफर किया गया था। अब उन्हें पुन: व्यवस्था के तहत यहां भेजा गया है। शिक्षा विभाग की ऐसी व्यवस्था से नाराज अभिभावकों का कहना है कि हमारे यहां से स्थाई अध्यापकों को पहले तो ट्रांसफर कर दिया गया और अब उन्हें व्यवस्था के तहत यहां भेजा जा रहा है। यह हमारे बच्चों की पढ़ाई के साथ सरासर खिलवाड़ है।


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