नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों के कड़े विरोध के बीच 12 घंटे की चर्चा के बाद देर रात करीब दो बजे वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024 पारित हो गया है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने सदन में वक्फ संशोधन विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सरकार के इस कदम को मुस्लिम विरोधी बताने के कई विपक्षी सदस्यों के दावों को खारिज करते हुए कहा कि इस विधेयक को मुसलमानों को बांटने वाला बताया जा रहा है, जबकि सरकार इसके जरिए शिया, सुन्नी समेत समुदाय के सभी वर्गों को एक साथ ला रही है।
गुरुवार को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पेश किया। लोकसभा में 12 घंटे से अधिक समय तक चली बहस के बाद वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पारित होने के बाद आज राज्यसभा में पारित किया जा रहा है। एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने विधेयक पारित करने का भरोसा जताया है, जबकि विपक्ष का कहना है कि वह विधेयक के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि आज की तारीख में 8.72 लाख वक्फ संपत्तियां हैं। 2006 में अगर सच्चर समिति ने 4.9 लाख वक्फ संपत्तियों से 12,000 करोड़ रुपये की आय का अनुमान लगाया था, तो आप कल्पना कर सकते हैं कि आज इन संपत्तियों से कितनी आय हो रही होगी।
रिजिजू ने राज्यसभा में कहा कि हमने राज्य सरकारों, अल्पसंख्यक आयोगों और वक्फ बोर्डों से बात की और इस विधेयक को संसद में लाया। जेपीसी का गठन किया गया और राज्यसभा और लोकसभा के प्रतिनिधि इसमें शामिल थे। कई लोगों को जेपीसी के परामर्श पर संदेह था। कल लंबी चर्चा के बाद विधेयक लोकसभा में पारित हो गया। किरेन रिजिजू ने कहा मैं कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगियों से वक्फ संशोधन विधेयक 2025 का समर्थन करने की अपील करता हूं।


