By Anil Azad Pandey, Beijing
चीन सरकार पिछले कुछ वर्षों से अपने नागरिकों के स्वास्थ्य पर काफी ध्यान दे रही है। इसके साथ ही समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं। आमतौर पर कहा जाय तो चीन में लोग अपनी हेल्थ का बहुत ध्यान रखते हैं। समय पर भोजन करना और नियमित व्यायाम तमाम लोगों की दिनचर्या का हिस्सा है। हालांकि ऐसा नहीं है कि यहां लोग बीमार नहीं होते। वैसे एक अरब चालीस करोड़ की आबादी वाले देश में लोगों को स्वस्थ बनाए रखना एक चुनौती है। इतना ही नहीं चीन में बूढ़े-बुजुर्गों की तादाद बहुत अधिक है। जाहिर है कि वे कुछ न कुछ बीमारियों से जूझते रहते हैं। अन्य देशों की तरह चीन में क्रोनिक बीमारियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जबकि मधुमेह और हृदय रोग भी लोगों को परेशान कर रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने अब नए प्रयास शुरू किए हैं। जिसमें ज़ोर देकर कहा गया है कि आम लोगों के बीच हेल्दी लाइफ़ स्टाइल को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जिसके तहत लोगों को समय पर स्क्रीनिंग, उपचार आदि कराने के लिए कहा जाएगा। जबकि तकनीकी दिशा-निर्देशों में भी सुधार किया जाएगा, अस्पतालों को स्क्रीनिंग और प्रबंधन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के चिकित्सा आपात प्रतिक्रिया विभाग के प्रमुख कुओ यानहोंग के अनुसार चीन पुरानी बीमारियों (क्रोनिक डिज़ीज) को लेकर उपचार और रोकथाम के प्रयास जारी रखेगा। उन्होंने बताया कि हृदय रोग, मधुमेह और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसी बीमारियों की जल्द से जल्द जांच पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही रोगियों को उचित उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी।
गौरतलब है कि चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने वर्ष 2030 तक प्रति एक लाख की आबादी में मृत्यु दर को 190.7 से कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जबकि जानलेवा कैंसर के पाँच साल तक जीवित रहने की दर को 46.6 फीसदी से ऊपर बढ़ाना है। वहीं चीन में कुल मौतों का 88.5 प्रतिशत क्रोनिक बीमारियों के कारण होती हैं। हाल के वर्षों में युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। ध्यान रहे कि हाल में चीन स्वस्थ चीन पहल जारी की गयी, जो कि साल 2030 तक चलेगी। इससे पहले भी लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए देशव्यापी अभियान चलाया गया था। चीनी अधिकारी कहते हैं कि चीन ने वर्ष 2022 के लिए स्वस्थ चीन पहल में निर्धारित उद्देश्यों को समय पर पूरा किया। इस तरह देश के प्रमुख स्वास्थ्य संकेतक अन्य प्रमुख उच्च-मध्यम आय वाले देशों के बराबर पहुंच गए हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के मुताबिक बेहतर स्वास्थ्य और पुरानी बीमारियों से निपटने के लिए निम्न बातों पर ध्यान रखना जरूरी है। मसलन स्वस्थ जीवन शैली अपनाना, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान और शराब छोड़ना और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखना आदि।

