नई दिल्ली। उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन हो गया है। उनके निधन से उनके प्रशंसकों और उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर छा गई है। वह कुछ वर्षों से कैंसर से लड़ रही थी। उन्होंने अपने निवास पर ही अंतिम सांस ली। पर्वतीय नाट्य मंच के अध्यक्ष अभिनेता बलदेव राणा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से यह दुखद समाचार साझा किया है।उनके निधन की खबर सुनते ही संस्कृति प्रेमी लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी।
गीता उनियाल ने अपने बेहतरीन अभिनय से गढ़वाली संगीत जगत के साथ ही गढ़वाली फिल्मों के जरिए लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। गीता उनियाल पिछले कई वर्षों से कैंसर से जूझ रही थी। गीता उनियाल का निधन उत्तराखंड की संस्कृति के लिए बड़ी क्षति है।
गीता उनियाल हमेशा अपनी संस्कृति के प्रति समर्पित रही। लगभग 20 साल तक उन्होंने इस क्षेत्र में काम किया। गीता उनियाल ने उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री में कई लोकगीत एल्बम और चलचित्रों में काम किया। ऐसे में उनकी मृत्यु उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री के लिए भारी नुक्सान है। गीता उनियाल ने 5 बड़े पर्दो की फिल्मों में भी अभिनय किया। गंभीर बीमारी होने के बावजूद भी उन्होंने काम के प्रति अपने लगाव को कभी कम न होने दिया। हाल ही में रिलीज हुई जय मां धारी देवी में भी उन्होंने शानदार अभिनय किया है।


