हल्द्वानी। बचपन से ही भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन भावना ने भगवान श्रीकृष्ण से शादी रचा ली। बचपन से ही भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियों के साथ खेलने वाली भावना का नाता श्रीकृष्ण के साथ ऐसा जुड़ा रहा कि उन्होंने शादी करने से मना कर दिया। अब उन्होंने भगवान श्रीृष्ण से ही ब्याह रचा लिया है। भावना का कहना है कि श्रीकृष्ण के साथ शादी का यह दिन उनके लिए परम सौभाग्य का दिन है।
हल्द्वानी के तिकोनिया इलाके की रहने वाली भावना अब 55 साल की हो चुकी हैं। लोगों का कहना है कि भावना का बचपन से ही श्रीकृष्ण भगवान के प्रति भक्ति भाव रहा, जिस कारण उसने शादी भी नहीं की। बीते गुरुवार को आवास विकास कॉलोनी से शादी के शुभ मुहूर्त में बैंडबाजों के साथ धूमधाम से बारात निकाली गई। इस शादी में दूल्हे के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति डोली में लाई गई थी, जो वृंदावन से लाई गई थी। डोली में विराजमान भगवान श्रीकृष्ण के साथ बारातियों ने जमकर नाच गाना भी किया। शादी में स्थानीय महिलाओं और बच्चों ने भी बढ़चढक़र भाग लिया। पंचेश्वर मंदिर में विधि-विधान के साथ भावना का श्रीकृष्ण के साथ विवाह किया गया। भावना के भाईयों उमेश रावल और सरोज रावल ने कन्यादान किया। शादी की पहले की रस्मों को भी निभाया गया। पहले गणेश पूजा, हल्दी और मेहंदी की रस्म निभाई गई।
भावना के भाई रावल ने बताया कि पहले से ही भावना भक्ति भाव में रही है। शादी के लिए भावना सभी रिश्तों को ठुकरा दिया था। सभी ने यह राय दी कि भावना ने भगवान कृष्ण की इतने सालों से भक्ति की है। जिसके चलते उनकी शादी कृष्ण के साथ कर दी जाए। ऐसे में 55 साल की उम्र में उनका श्रीकृष्ण के साथ विवाह कर दिया गया।