जहाँ एक ओर अग्र-समाज में प्रतिवर्ष महाराजा अग्रसेन जयन्ती बेहद तामझाम एवं गरिमामय ढंग से मनाये जाने के साथ-साथ जयन्ती कार्यक्रम को बेहतर से बेहतरीन बनाने की होड़ लगी रहती थी, वहीं कोरोनाकाल के चलते समाज को इस बार अग्रकुल-श्रेष्ठ की जयन्ती अत्यंत सादगीपूर्ण ढ़ंग से मनाने पर विवश होना पड़ा है। इसके बावज़ूद अग्रसेन जयन्ती को लेकर उनके उत्साह में कोई कमी नज़र नहीं आयी एवं भले ही रस्मी तौर पर सही, महाराजा की पूजा-अर्चना सम्पूर्ण आस्था एवं विधि-विधान के अनुसार की गयी।
इस बार के जयन्ती कार्यक्रमों में न तो कोई समारोह, शोभायात्रा अथवा झांकी निकाली गयी और न ही किन्हीं स्पर्धाओं का आयोजन किया गया, फिर अग्र-समाज के चितेरों द्वारा अपने कुल-पुरुष के प्रति वही सम्मान प्रदर्शित किया गया, जो कि सदियों से किया जाता रहा है। अग्रवाल सभा, केसिंगा के तत्वावधान में स्थानीय अग्रसेन भवन में आयोजित सन 2020 के जयन्ती कार्यक्रम का आगाज़ सभाध्यक्ष लज्जेराम अग्रवाल की रहनुमाई में किया गया।
इस मौके पर कुलदेवी लक्ष्मी एवं महाराज अग्रसेनजी के तैल-चित्र पर पुष्पहार चढ़ाये गये एवं पण्डित दिनेश शर्मा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर विधि-विधान के साथ पूजा सम्पन्न करायी गयी। इस बार यजमान की भूमिका में श्री रामावतार अग्रवाल द्वारा कर्तव्य का निर्वहन किया गया। कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के मद्देनज़र कार्यक्रम में समाज के कुछ एक गणमान्य लोग की समाज का प्रतिनिधित्व कर पाये, फिर भी सब कुछ सकारात्मक एवं परिपूर्ण नज़र आया। जयन्ती के मौके पर प्रतिवर्ष आयोजित प्रीतिभोज के बजाय इस बार अल्पाहार से ही काम चलाना पड़ा। हाँ, इस बार भी समाज के तमाम लोगों द्वारा अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों पर अग्र-पताका फहरायी गयी एवं पांच दीयों के साथ घंट-ध्वनि भी की गयी।