इलाहाबाद। महाकुंभ में देश-दुनिया के प्रभावशाली लोग भी डुबकी लगाकर पुण्य कमाने आ रहे हैं। चर्चा है कि एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पावेल जॉब्स महाकुंभ में श्रीनिरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में लगभग 17 दिनों तक रुकेंगी। लॉरेन पावेल दुनिया की सबसे धनी महिलाओं में शुमार हैं। दिवंगत पति स्टीव की तरह ही लॉरेन भी हिंदू और बौद्ध धर्म से खास जुड़ाव रखती हैं।
लॉरेन पावेल जॉब्स मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा करेंगी। यह स्नान महाकुंभ के मुख्य आकर्षणों में से एक हैं और इसे आध्यात्मिक शुद्धिकरण का प्रतीक माना जाता है।
पावेल स्वामी कैलाशानंद के शिविर में योग, ध्यान और आध्यात्मिक चर्चाओं में भाग लेंगी। आचार्य महामंडलेश्वर का कहना है कि लॉरेन भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म से काफी प्रभावित हैं और इस बार उन्होंने महाकुंभ के माध्यम से इसे करीब से अनुभव करने की इच्छा व्यक्त की है। लॉरेन का महाकुंभ में शामिल होना भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के प्रति उनकी गहरी रुचि को दर्शाता है। उनकी उपस्थिति महाकुंभ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिला सकती है।
जॉब्स परिवार का अध्यात्म से पुराना नाता रहा है । स्टीव जॉब्स में बाबा नीम करौली में अगाध आस्था थी। वह उन्हें अपना गुरु मानते थे। वह 1970 के दशक में सात महीने के लिए आध्यात्मिक एकांतवास पर कैंची धाम भी आए थे।