Report ring Desk
नई दिल्ली। वाराणसी में काशी- तमिल संगम के भव्य आयोजन होने पर सीएसयू के कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा है कि ऐसे ऐतिहासिक आयोजन से भारतवर्ष के उत्तर तथा दक्षिण की सदियों से पुरानी अखंडित सांस्कृतिक पहचान को फिर से बढ़ावा मिलेगा। इससे एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को भी बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमें इस तथ्य को भी नहीं भूलना चाहिए कि अंग्रेजी़ सरकार की फूट डालो और शासन करो की नीति के कारण ही अपने इस विशाल तथा अखंडित देश को धर्म, जाति, क्षेत्र, भाषा तथा संस्कृति के आधार पर बांटने का प्रयास किया जिसका दुष्परिणाम आज हम स्वतंत्र भारत में भी भुगत रहें हैं। कुलपति प्रो वरखेड़ी ने कहा कि सांस्कृतिक-भाषिक एकता के अक्षुण्ण तथा गौरवशाली भारतीय परंपरा महाकुंभ का ज्ञान यज्ञ राष्ट्र की एकता तथा अखंडता में मील का पत्थर प्रमाणित होगा।

