डायबिटीज और बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ी, सर्दी में सावधानी की जरूरत
नई दिल्ली। ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस की ओर से आज़ाद मार्केट के बेरीवाला बाग में नि:शुल्क यूनानी चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। चिकित्सा शिविर में जाने माने डॉक्टर और हकीम डॉ. सैयद अहमद खान, डॉ. इलियास मजहर हुसैन, डॉ. गयासुद्दीन, डॉ. आरिफ सैफी, डॉ. शकील अहमद, डॉ. फहीम मलिक, हकीम आफताब आलम खान, हकीम मुर्तजा देहलव, हकीम नौशाद सिद्दीकी, शारीक, शाज़ान, अब्दुल समद, अब्दुल कय्यूम ने लगभग 250 मरीजों का ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर की जाँच की तथा नि:शुल्क दवाएं वितरित की तथा उपयोगी सलाह भी दी।
इस मौके पर डॉ. इलियास मजहर हुसैन ने कहा कि डायबिटीज और बीपी के मरीजों की संख्या काफी है, डायबिटी के मरीजों को थोड़ा थोड़ा खाना समय समय पर खाना चाहिए और रोजाना आधा घंटा टहलना अपने लाइफ स्टाईल में शामिल करें। डॉ. सैयद अहमद खान ने घर का बना खाना खाने पर जोर दिया और कहा कि बीमारियों की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण यह है कि हम अपने घरों में बाहर का खाना ज्यादा खा रहे हैं, जबकि हमें दवा से ज्यादा पौष्टिक भोजन खाने की जरूरत है। हम ज्यादा सलाद, सब्जियां और मौसमी फल, दूध, दही, पनीर पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और खाने की गुणवत्ता पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि आजकल हर चीज में मिलावट हो रही है, इसलिए कोशिश करनी चाहिए मिलावटी चीजों से पूरी तरह परहेज करें।
डॉ. सैयद खान ने बीपी और डायबिटीज (मधुमेह)के मरीजों से सर्दी में विशेष ध्यान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए शुगर और बीपी न बढऩे दें, इसलिए खाना कम खाएं, मिर्च कम और तेल कम खाएं और पानी खूब पिएं। उन्होंने आगे कहा कि राजधानी में फ्लैट कलचर के कारण ब्लड प्रेशर और डायबिटीज आम बीमारी हो गयी है, अस्पतालों में भीड़भाड़ और काम के दबाव के कारण लोग शुरुआती चरण की बीमारियों पर ध्यान नहीं देते हैं, तथा ऐसे लोगों की संख्या काफी अधिक है जो पैसे की तंगी की वजह से अपना इलाज नहीं करा पाते हैं। ऐसे में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर जरूरी है।


