– वर्ष 2018 में भी लगी थी सावणी गांव में भीषण आग
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के सावणी गांव में रविवार रात को भीषण आग लगने की वजह से नौ घर जलकर खाक हो गए। आग की इस घटना में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। जबकि इन घरों में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। देवदार और लकड़ी से बने इन घरों में आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते सारे घर आग की चपेट में आ गए। सडक़ मार्ग से काफी दूर होने की वजह से राहत और बचाव टीम को गांव तक पहुंचने में तीन घंटे का समय लग गया। लेकिन तब तक ग्रामीणों ने बड़ी हिम्मत और मशक्ïकत के बाद आग पर काबू पा लिया, जिसमें कई लोगों को चोटें भी पहुंची हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी के मोरी तहसील से करीब 45 किमी की दूरी पर स्थित सावणी गांव में रविवार रात करीब 9 बजे भीषण आग लग गई। भीषण आग की इस घटना से 9 घर चपेट में आ गए जो पूरी तरह से जल गए। इन घरों में करीब 15-16 परिवार रहते हैं। बताया जा रहा है कि गांव के किताब सिंह के घर में पूजा के लिए दिया जला था जिसने आग पकड़ ली। आपस में जुड़े होने और इन घरों में देवदार की लकड़ी होने की वजह से देखते ही देखते सारे घर आग की चपेट में आ गए। रात करीब 11 बजे गांव वालों ने आग लगने की सूचना जिला आपदा प्रबंधन और प्रशासन को दी। लेकिन सडक़ मार्ग से काफी दूर होने की वजह से आपदा प्रबंधन टीम को गांव तक पहुंचने में करीब 3 घंटे का समय लग गया। इस दौरान गांव वालों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आग बुझाने में काफी लोगों को चोटें भी आई और आग से झुलस भी गए।

जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और उपजिलाधिकारी देवानंद शर्मा ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। राजस्व विभाग के साथ ही पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, पशुपालन विभाग और वन विभाग मौके पर पहुंचे हैं। गांव में 9 मकान पूरी तरह से जल चुके हैं। वहीं दो मकानों को आग से बचाने के लिए उन्हें तोड़ दिया गया है। आपदा प्रबंधन ने मिसिंग चल रही भामा देवी (76) की आग मेंं झुलसने से मृत्यु होने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2018 में भी सावणी गांव में भीषण आग लग गई थी जिसमें 39 मकान चपेट में आए थे और करीब सौ मवेशी जल गए थे।

