रामनगर। अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र पपनै का मंगलवार सुबह आकस्मिक निधन हो गया। बेहद मिलनसार और दोस्तों के प्रिय जितेन्द्र के यूं चले जाने से हर कोई स्तब्ध है।
जितेंद्र पत्रकारिता के क्षेत्र में 30 साल से सक्रिय थे। जिम कार्बेट और जंगल की खबरें तो उनकी जेब में रहती थी। श्री पपनै की निधन की खबर सुनकर लोग शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके घर पर पहुंच रहे हैं। बताया जाता है कि घर में फिसल कर गिरने से उनके सिर पर गंभीर चोट आ गई थी। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका।
जितेंद्र अपने पीछे पत्नी रेखा और बेटा मेहुल को छोड़ गए हैं। जितेंद्र की कालेज की पढ़ाई डीएसबी परिसर नैनीताल से हुई थी। वह डीएसबी नैनीताल के छात्र संघ उपाध्यक्ष भी रहे थे। उनके पिता स्व. कृष्णानंद पपनै भी पत्रकार थे। जितेंद्र ने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए पत्रकारिता को चुना था।

