नई दिल्ली। अगले साल से बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को दो बार परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक उद्देश्य छात्रों पर शैक्षणिक तनाव को कम करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एनईपी 2020 में छात्रों को अकादमिक रूप से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने के लिए द्विवार्षिक बोर्ड परीक्षाओं की परिकल्पना की गई है।
पिछले साल अगस्त में शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित नए पाठ्यक्रम (एनसीएफ) के अनुसार छात्रों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड परीक्षा साल में कम से कम दो बार आयोजित की जाएगी। उन्हें सर्वश्रेष्ठ स्कोर बरकरार रखने का विकल्प भी मिलेगा। रायपुर के पंडित दीन दयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में एक कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने नए परीक्षा प्रारूप के प्रति छात्रों के स्वागत का आकलन करने के लिए छात्रों से बातचीत की। उन्होंने उनसे दोनों परीक्षाओं में अपनी उच्चतम क्षमता का लक्ष्य रखने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि एनईपी के माध्यम से प्रधान मंत्री का दृष्टिकोण छात्रों को तनाव मुक्त, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। साथ ही उन्हें संस्कृति से जोड़े रखना और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है।

