कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने लिया फैसला
भवन मरम्मत से लेकर अन्य कार्यों के लिए 15-15 लाख रुपये की राशि स्वीकृत
By Naveen Joshi
खटीमा। संस्थागत क्वारंटीन सेंटरों की कमी को देखते हुए जिले के सभी डिग्री काॅलेजों को क्वारंटीन सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। शासन स्तर से इसके आदेश आने के साथ ही जिले के प्रत्येक डिग्री काॅलेज को 15-15 लाख रुपये की राशि स्वीकृत भी कर दी गई है।
पिछले दिनों जिला स्तर पर हुई अधिकारियों की बैठक में कंटेनमेंट जोन, संस्थागत क्वारंटीन केंद्र, विलेज क्वारंटीन केंद्र और होम क्वारंटीन के बाबत चर्चा की गई। इस दौरान कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए क्वारंटीन सेंटर बढ़ाने पर जोर दिया गया। बताया गया कि 20 जून को हुई बोर्ड परीक्षाओं के चलते जिले के इंटर काॅलेजों से क्वारंटीन सेंटर हटा दिए गए हैं। साथ ही निकट भविष्य में इंटर काॅलेजों में शिक्षण कार्य शुरू होने की भी संभावना है।
लिहाजा किसी अन्य स्थानों को क्वारंटीन सेंटर के रूप में विकसित किया जाए। इस पर यह तय हुआ कि डिग्री काॅलेजों के पास पर्याप्त जगह होने के साथ ही अपना भवन भी है, जो वर्तमान में खाली हैं, इस पर 26 जून को अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिले के डिग्री काॅलेजों के प्राचार्यों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग भी हो चुकी है। इसमें प्राचार्यों ने काॅलेज भवन की मरम्मत से लेकर अन्य छोटे-मोटे कार्य कराने के लिए धनराशि की मांग की थी।
इस पर शासन स्तर से इन काॅलेजों को क्वारंटीन सेंटर बनाने के साथ ही प्रत्येक काॅलेज को 15-15 लाख रुपये देने पर सहमति जताई गई है। इसमें खटीमा स्थित डिग्री काॅलेज के साथ ही जिले के सितारगंज, रुद्रपुर, बाजपुर और काशीपुर के काॅलेज भी शामिल हैं। शासन से अनुमति मिलने के बाद जिले के प्रभारी अधिकारी एनएस नबियाल ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं।