By Anil Azad Pandey, Beijing
चीन और कई देशों में स्कूल व कॉलेज लाइफ में छात्रों के लिए हॉस्टल में रहना सामान्य बात होती है। हालांकि लड़के अलग हॉस्टल में रहते हैं और लड़कियां अलग। कुछ मामलों में एक ही बिल्डिंग में अलग-अलग फ्लोर निर्धारित होते हैं। लेकिन लड़के और लड़कियों को एक साथ रूम शेयर करने की इजाजत नहीं होती। लेकिन चीन में अब यह नियम बदल रहा है, इसके चलते शादी-शुदा ग्रेजुएट एक साथ रह पाएंगे। कहने का मतलब है कि अगर डॉक्टरेट प्रोग्राम की पढ़ाई करने वाले किसी लड़के और लड़की की शादी हो चुकी है तो उन्हें हॉस्टल में एक-साथ रहने की अनुमति होगी। यानी वे कपल के रूप में हॉस्टल के कमरों में रह पाएंगे।
यह पहल की हूबेई प्रांत की वूहान यूनिवर्सिटी ने। वूहान वहीं शहर है, जहां वर्ष 2020 की शुरुआत में कोरोना वायरस ने कोहराम मचाया था। हाल में विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बारे में विज्ञप्ति जारी की है। जिसमें कहा गया है कि शादीशुदा छात्रों को सुविधा प्रदान करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। लेकिन रूम शेयर करने वाले दोनों यूनिवर्सिटी के फुल टाइम छात्र होने चाहिए। साथ ही उन्हें इस तरह के रूम के लिए अप्लाई करते वक्त मैरिज सर्टिफिकेट पेश करना होगा।

यूनिवर्सिटी प्रशासन के मुताबिक विशेष तौर पर मैरिड कपल के लिए बने कमरों में दो बैड, डेस्क, कुर्सियां और अलमारी उपलब्ध रहेगी। जबकि एक बालकनी और बाथरूम भी होगा। इसका किराया 3 हज़ार युआन( लगभग 36 हज़ार रुपए) प्रति वर्ष होगा। बताया जाता है कि यूनिवर्सिटी में 109 छात्रावास भवन हैं। इनमें से कुछ कमरों की छात्रों की मांग के मुताबिक मरम्मत आदि की गयी है।
हर साल यूनिवर्सिटी में डाक्टरेट की पढ़ाई करने वाले 2,200 छात्रों को प्रवेश मिलेगा, जिनमें से कुछ ही शादीशुदा कपल होंगे। इस बार अब तक तीन कपल ने एक-साथ रहने के लिए आवेदन किया है।
इसके साथ ही लंबे छात्रों को अकसर हॉस्टल के बेड में सोने में दिक्कत होती है। उनकी यह परेशानी भी अब दूर कर दी गयी है, यूनिवर्सिटी ने 1.95 मीटर से ज्यादा लंबे छात्रों के लिए बेड तैयार किए हैं।

