भारत में बीते पांच सप्ताह से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में नया उप स्वरूप जेएन-1 पाया जा रहा है, लेकिन अब इसके प्रसार में वृद्धि होती दिखाई दे रही है। बीते एक सप्ताह में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आए मरीजों के सभी सैंपल में यह नया उप स्वरूप मिला है, जो वर्तमान में दुनिया के 40 से अधिक देशों में संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही देश के 11 राज्यों में कोरोना बढ़ रहा है।
कोरोना वायरस के जेएन-1 वैरिएंट पर बढ़ती चिंताओं के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। इस बीच डब्ल्यूएचओ की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन कहा है कि तत्काल घबराने की कोई जरूरत नहीं है। एजेंसी ने इसे अभी वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में दर्ज किया है। वैरिएंट ऑफ कंसर्न करार दिए जाने तक इससे घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, हम लापरवाही नहीं कर सकते हैं।


