देहरादून। पहाड़ी समुदाय के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। उन्होंने सीएम अवास पहुंचकर मुख्यमंत्री धामी को इस्तीफा सौंपा। उन्होंने इससे पहले प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी थी। उनके द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी के बाद से उनके इस्तीफे की मांग हो रही थी।यह भी माना जा रहा है कि इस बार की होली में सोशल मीडिया में चर्चित रहे गीत से उनके इस्तीफे के लिए और भी दबाब बना ।
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इससे पहले प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी थी। प्रेसवार्ता कर वह भावुक हो गए और फफक-फफक कर रो पड़े। वहीं उन्होंने अपने राज्य आंदोलन में संघर्ष और योगदान को बताया।
उन्होंने कहा कि जो सदन में बयान दिया था उस पर उसी दिन सदन में स्पष्टीकरण भी दे दिया था। मेरे भाव बिल्कुल गलत नहीं थे। गाली वाला शब्द भी उनके वक्तव्य से पहले का है। जो न तो पहाड़ के लिए कहा गया और न ही मैदान के लिए। वह पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनका जन्म उत्तराखंड में हुआ है। कुछ लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर ऐसा माहौल बनाया गया। मैं भी आंदोलनकारी रहा हूं, लेकिन आज ये साबित करना पड़ रहा है कि हमने भी प्रदेश के लिए योगदान दिया है। लेकिन आज जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है उससे बहुत आहत हूं। इसलिए मुझे इस्तीफा देना पड़ रहा है।


