स्वीकृति मिलने के बावजूद नहीं बनी सड़क, लोग परेशान
अल्मोड़ा। जंगल में गाय-बकरियों को चराने ले गई एक महिला के पैर में एक बड़ा पत्थर आकर लग गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल महिला को ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत करके डोली में बिठाकर कनारीछीना मुख्य मार्ग तक पहुंचाया और फिर अस्पताल ले गए, तब जाकर महिला के पैर में प्लास्टर लग पाया। गाँव तक सड़क नहीं बन पाने की वजह से लोगों को दु:ख तकलीफ में एम्बुलेंस की जगह डोली में ले जाना पड़ता है। जिससे ग्रामीणो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़क नहीं बनने पर लोगों में शासन-प्रशसन के प्रति बहुत नाराजगी है।
मिली जानकारी के अनुसार भैसियाछाना ब्लॉक के पतौलचौरा निवासी 40 वर्षीय भावना देवी गाय-बकरियों को चराने के लिए जंगल गई थी। तभी अचानक जंगल से एक बड़ा पत्थर गिरकर उनके पैर में लग गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। गंभीर रूप से घायल भावना देवी को ग्रामीण डोली में बिठाकर जैसे तैसे मुख्य सड़क मार्ग तक ले गए। गांव तक सड़क नहीं होने की वजह से लोगों में बहुत नाराजगी है। लोगों का कहना है कि गांव तक सड़क नहीं होने की वजह से आए दिन उन्हें बीमार लोगों को डोली में ले जाना पड़ता है जिससे उन्हेें काफी परेशानी होती है।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी का कहना है कि पॉच साल पहले कनारीछीना-बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग को पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान ने स्वीकृति दी थी। लेकिन यह दुर्भाग्य है कि पांच साल बीतने के बाद भी इस मार्ग के लिए अभी तक बजट स्वीकृत नहीं हो पाया है। उनका कहना है कि इस मार्ग का सर्वे होने और वन विभाग की एनओसी मिलने के बावजूद भी सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है जिससे लोगों को काफी कठिनाई हो रही है। उन्होंने कहा कि जब भी गांव का कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो उसे डोली में ले जाना पड़ता है साथ ही किसी को कोई सामान लाना हो या ले जाना हो तो तब भी घोड़ो और खच्चरों का सहारा लेना पड़ता है। यहां तक कि कई बार गँर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाते समय आधे रास्ते में जंगल के बीच भी प्रसव करवाना पड़ा है, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है और सड़क नहीं बन पाने की वजह से लोगों में काफी नाराजगी है।


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