अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन का शुक्रवार को तड़के 100 वर्ष की आयु मेें निधन हो गया। पीएम की मॉं हीराबेन को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों के चलते बुधवार को सुबह अहमदाबाद के यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था। उनके निधन से देश में शोक की लहर छा गई है।
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को दोपहर में दिल्ली से अहमदाबाद पहुंचे थे और यहां अस्पताल में अपनी मां से मुलाकात की थी। वह एक घंटे से अधिक समय तक अस्पताल में रुके थे। उन्होंने सिविल अस्पताल के परिसर में स्थित सरकार द्वारा वित्त पोषित स्वायत्त चिकित्सा सुविधा में चिकित्सकों से भी बात की थी। हीराबेन गांधीनगर शहर के पास रायसन गांव में प्रधानमंत्री मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी के साथ रहती थीं। उन्हें हीराबा भी कहा जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनकी माँ हीराबा के निधन की जानकारी दी। शुक्रवार की सुबह 6 बजकर 2 मिनट पर उन्होंने लिखा- “शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम। मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्राए निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।”

पंचतत्व में विलीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा पंचतत्व में विलीन हो गईं। पीएम मोदी ने अपने भाई के साथ मिलकर उन्हें मुखाग्नि दी। गांधीनगर के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
देश में शोक की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा, बसपा सुप्रीमो मायावती समेत कई लोगों ने हीराबा को श्रद्धांजलि अर्पित की।

