दीक्षांत समारोह: राज्यपाल ने दिए मेडल और उपाधि
देहरादून। उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार की ओर से केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्याय दिल्ली के लब्धप्रतिष्ठ कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी को संस्कृत विद्या तथा शिक्षा व्यवस्था को शैक्षणिक तथा संगणकीय दृष्टि से गुणोत्कर्षकारी बनाने के लिए डी. लिट की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया। उत्तराखण्ड के राज्यपाल ले. गुरमीत सिंह ने प्रो. वरखेड़ी को अलंकृत किया।
विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षान्त समारोह में महामहिम राज्यपाल ने संस्कृत के महत्व पर प्रकाश डाला और कुलपति प्रो वरखेड़ी को भी बधाई दी। प्रो वरखेड़ी जी ने सभी के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त किया और बताया है कि संस्कृत भारतीय भाषाओं तथा सांस्कृतिक विरासत की बौद्धिक सम्पदा है जिसके लिए सभी को मिल कर कार्य करना होगा। कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी को इस उपाधि से अलंकृत किये जाने पर सीएसयू के छात्र-छात्राओं, संकाय सदस्यों, अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने खुशी जताई है।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के महामहिम राज्यपाल ले. गुरमीत सिंह ने उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार के कुलपति प्रो दिनेश चंद्र शास्त्री, प्रति कुलपति एडा चिन्मय पंड्या, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार, राममंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष, स्वामी गोविंद गिरि जी महाराज के अतिरिक्त संस्कृत शिक्षा सचिव एदीपक कुमार गैरोला भी उपस्थित रहें।

इन्हें मिला स्वर्ण पदक
छात्र रितेश कुमार तिवारी, अभिषेक सैनी, वंदना मौर्या, सूरज तिवाड़ी, विनीता, हिमांशु मुंडेपी, शुभांगिनी तिवारी, सागर खेमरिया, परविंदर सिंह, चंद्र मोहन, ताजीम फात्मा, उपासना वर्मा, निधि, ब्रजेश जोशी, देवव्रत, हिमांशु, सन्नी, अमित जोशी, सुबोध बहुगुणा, अनुराग शर्मा, अतुल ध्यानी, प्रतिज्ञा चौहान, भारत कुमार, पवन जोशी, निधि, शिफालीय अफरीन, नीतू तलवार, गुरमीत सेन, स्वाति, मनीष शर्मा को स्वर्ण पदक दिया गया। कुल 3047 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। जिनमें सत्र 2022-23 के 1582 छात्र-छात्राओं और सत्र 2023-24 के 1465 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई।

