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गुरुग्राम । व्हाट्सएप की गोपनीयता नीति में नए बदलावों की घोषणा के बाद से चल रही चर्चाओं और विवादों के बीच भारतीय यूज़र्स व्हाट्सएप के इस्तेमाल पर पुनर्विचार कर रहे हैं, कई उपभोक्ताओं ने नयी सेवा शर्तों के लागू हो जाने के बाद व्हाट्सएप का इस्तेमाल करना बंद करने का निर्णय लिया है। साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) ने हाल ही में किए एक शोध के अनुसार, सर्वेक्षण में शामिल हुए लोगों में से 76% लोगों को व्हाट्सएप की नयी प्राइवेसी पॉलिसी के बारे में पता है। 79% लोग व्हाट्सएप के इस्तेमाल पर पुनर्विचार कर रहे हैं और 28% लोगों ने मई 2021 में नयी नीति को लागू किए जाने के बाद व्हाट्सएप को छोड़ने का निर्णय लिया है।
‘स्वीकार करें या छोड़ दें’ व्हाट्सएप के इस स्टैंड पर उपभोक्ताओं से कई प्रतिक्रियाएं आयी हैं, 49% यूज़र्स गुस्सा हैं, 45% यूज़र्स ने तय किया है कि व्हाट्सएप पर कभी भरोसा नहीं करेंगे, 35% यूज़र्स मानते हैं कि व्हाट्सएप ने उनका भरोसा तोड़ा है। सिर्फ 10% यूज़र्स ने इस नयी नीति के प्रति तटस्थता दर्शायी है।
शोध से प्राप्त हुए नतीजों पर टिप्पणी करते हुए सीएमआर के इंडस्ट्री कंसल्टिंग ग्रुप के (आईसीजी) हेड सत्या मोहंती ने बताया, “अपनों के साथ की जाने वाली निजी मेसेजिंग हो या दुनिया को दिए गए सन्देश हो, व्हाट्सएप का इस्तेमाल करना मानो एक आदत सी बन गयी है। लेकिन हमारे शोध से पाए हुए नतीजों के अनुसार वर्तमान विवाद गोपनीयता को अहमियत देने वाले ग्राहकों से परे पहुँच चूका है, कई लोगों ने व्हाट्सएप को छोड़कर टेलिग्राम या सिग्नल जैसे अन्य विकल्प चुनना तय किया है। मौखिक प्रशंसा और प्लेटफार्म पर कौनसी विशेषताएं दी गयी हैं इनके आधार पर यूज़र्स अपनी पसंद तय करते हैं।”
इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप्स के यूज़र्स के लिए उन ऐप्स की विश्वसनीयता और सुरक्षा दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
सीएमआर के इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप के (आईआईजी) हेड प्रभु राम ने बताया, “गोपनीयता, सुरक्षा और सबसे महत्वपूर्ण ब्रांड के प्रति विश्वास इनके बारे में उपभोक्ताओं की समझ और उनके दृष्टिकोण इनमें संभावित प्राथमिक परिवर्तनों को समझने में हम सबसे आगे हैं। उपभोक्ता व्हाट्सएप को उनका अपना, निःशुल्क और निजी मेसेजिंग प्लेटफार्म मानते थे। बाद में व्हाट्सएप ने फेसबुक के साथ एकीकरण करने के बाद ब्रांड का भरोसा और ईमानदारी कम होने लगी। मौजूदा प्रतिस्पर्धी मार्केट में लाभ हासिल करने के लिए यह दोनों बातें काफी महत्वपूर्ण हैं।”
शोध के नतीजों के अनुसार सर्वेक्षण में सहभागी लोगों में से 41% लोग टेलिग्राम इस्तेमाल करने के बारे में सोच रहे हैं, 35% लोगों ने सिग्नल को चुना है। जागरूकता (55%) और इस्तेमाल (39%) के बारे में टेलिग्राम सिग्नल से काफी आगे निकल चूका है। पिछले एक साल में 37% यूज़र्स ने टेलिग्राम का उपयोग किया है, जब कि मात्र 10% लोगों ने सिग्नल का इस्तेमाल किया है। सिग्नल यह नया मेसेजिंग ऐप है जिसका डाउनलोडिंग लगातार बढ़ता जा रहा है।