महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को किया गया सम्मानित
जयपुर। राजस्थान उत्तराखंड सभा, राजस्थान प्रदेश की ओर से जयपुर में सांस्कृतिक एवं सामाजिक महोत्सव ‘पच्छ्याण 2022’ का आयोजन किया गया। यह तीसरा अवसर था जब उत्तराखण्ड सभा की ओर से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। ‘कर्मभूमि में जन्मभूमि की याद’ थीम पर आयोजित किए गए इस विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम में उत्तराखण्ड सरकार एवं राजस्थान सरकार के विभिन्न अतिथियों ने भाग लिया।
राजस्थान उत्तराखंड सभा के प्रदेश अध्यक्ष बी एस रावत ने उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि पच्छ्याण कार्यक्रम सिर्फ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम ही नहीं अपितु एक भावना है अपनेपन का। इससे हमें अहसास दिलाना है अपनी माटी की खुशबू की,यह कर्मभूमि में मातृभूमि की अभिव्यक्ति है जहां दोनों संस्कृति एक साथ मुस्कुराती है।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड से पहुंची कार्यक्रम की विशिष्ठ अतिथि दीप्ति रावत ने कहा कि यह कार्यक्रम कर्मभूमि राजस्थान में अपनी मातृभूमि उत्तराखंड की बृहद पहचान कराता है, अपनी युवा पीढ़ी को उत्तराखंड की लोक संस्कृति, लोक साहित्य, लोक नृत्य, खान-पान, पहनावा, बोली भाषा आदि से रूबरू कराता है।
इस मौके पर महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि मरुधरा राजस्थान की धरती में रह रहे लाखों उत्तराखण्डियों के बीच यह कार्यक्रम सांस्कृतिक एवं सामाजिक दायित्यों को पूरा करने में सक्षम है, जहां यह कार्यक्रम हर उत्तराखंडी को अपनी मातृभूमि से से जोड़ता है, वहीं कर्मभूमि में अपनी एकता अखंडता से भी जोड़ता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उत्तराखण्ड के प्रवाशियों ने अपने अच्छाइयों के दम पर एक खास पहचान बनाई है एवं प्रदेश की उन्नति में सहयोग किया है।
प्रदेश महासचिव प्रहलाद सिंह अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंडी ट्रेडिशनल खानपान प्रतियोगिता में 50 प्रतिभागियों ने उत्तराखंड के व्यंजनों को बनाया इस प्रतिस्पर्धा में पहला स्थान आशा नेगी, दूसरा स्थान लक्ष्मी ढोंढियाल, तीसरा स्थान रेखा रावत ने प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता के जजमेंट के लिए इस क्षेत्र में पारंगत तीन जजों की टीम बनाई गई थी जिसमें शेफ चंदन सिंह, शेफ हुकम सिंह, और शेफ रघुवीर सिंह शामिल थेे।
प्रदेश महिला महासचिव बीना पंत ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान एक और प्रतियोगिता एपण प्रशिक्षण शिविर एवं प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें करीब 200 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। जानी मानी उत्ताखंडी ऐपन फोक आर्ट शिक्षिका यामिनी पांडे द्वारा सर्वप्रथम प्रतिभागियों को इस कला में प्रशिक्षण दिया गया उसके बाद आर्ट का कॉम्पिटिशन करवा गया, ऐपड़ प्रतियोगिता में पहला स्थान गीता बिष्ट, दूसरा श्वेता रोहित सलूणी और तीसरा स्थान कोमल बिष्ट ने प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता की जज यामिनी एवं सरिता बैनोला को बनाया गया था।
संगठन मंत्री आनन्द पांडे ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में सम्मान के तहत 90 जनों को सम्मानित किया गया। इस श्रेणी में मुख्य रूप से हमारे बुजुर्ग हमारा स्वाभिमान के तहत बुजुर्गों का सम्मान किया गया। बिजनेस के क्षेत्र में जीरो से हीरो बने उत्तराखण्ड मूल के बिजनेसमेनों को उत्तराखण्ड बिजनेस आइकन अवार्ड 2022 से नवाजा गया। देश में समाज सेवा में अपनी विशिष्ठ पहचान बनाने वाले उत्तराखंड का चमकता सितारा अवार्ड, अपनी संस्कृति हेतु सदा समर्पित रहने वाले जनों को ‘गिर्दा धरोहर संस्कृति प्रेमी सम्मान’ से सम्मानित किया गया। खेल के क्षेत्र मेंं अपनी प्रतिभा दिखाने वाले प्रतिभावानों को ‘ऋषभ पंत खेल रत्न अवार्ड’ दिया गया। इसके साथही कोरोना काल में अपनी जान की बाजी लगाकर मानव सेवा में लगे सेवाभावियों को कोरोना वॉरियर सम्मान दिया गया। पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी कलम का जादू बिखेरने वाले पत्रकारों को बद्रीदत्त पांडे कलमकार सम्मान और शिक्षा क्षेत्र में अपने अनुकरणीय योगदान हेतु शिक्षाविदों को शिक्षा सम्मान से सम्मानित किया गया।
प्रदेश सांस्कृतिक मंत्री कला रावत ने बताया कि राजस्थान की धरती को उत्तराखण्ड की संस्कृति से सरोवार करने, गायकी में उत्तराखण्ड से नेशनल, इंटरनेशन स्तर तक अपनी आवाज का जादू बिखेरने के लिए सुप्रसिद्ध लोकगायकों में से आशा नेगी, सरिता बैनोला, दर्शन फर्शवान, प्रकाश कहाला, संगीतकार मोती शाह एवं प्रदेशीय स्तर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कला खोलिया, गोदावरी कांडपाल, दीपा बोहरा, विक्रम भंडारी, प्रकाश बिष्ट, नेहा जोशी, गायिका एवं सभी जिलों से आए करीब 300 नृत्य कलाकारों ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों की उपस्थिति में स्मारिका का विमोचन किया गया इस समारिका का सम्पादन महावीर सिंह पटवाल नहीं किया था। इसके साथ ही मेला ग्राउंड में उत्तराखंड के विभिन्न खाद्यपदार्थों की स्टॉल लगाए गए थे जिनमें उत्तराखंड से लाई गई दालें, नींबू, मडुवा आटा, गेठी, मूली, मसाले, फल, सब्जियां, अनाज, वस्त्र एवं बाल मिठाई के स्टॉल लगाए गए थे, जिन्हें लोगों ने खूब पसंद किया और खरीददारी भी की। स्टॉल कोर्डिनेटर दिनेश सिंह एवं प्रकाश नागीला थे।

