भारत के महान साधु-संतों में नीम करौरी बाबा का नाम भी प्रसिद्ध है। भक्त उन्हें हनुमान जी का अवतार मानते हैं। भक्तों को बाबा के जीवन काल में और उनके जाने के बाद भी चमत्कारिक अनुभव होते रहे हैं। कहा जाता है कि नीम करौरी बाबा (Baba Neem Karori) की समाधि स्थल कैंची धाम( Kaichi Dham) रहस्यों और चमत्कारों से भरा हुआ है। हारवर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर रिचर्ड एलपर्ट( Professor Richard Alpert at Harvard University ) ने बाबा के चमत्कारों पर मिरेकल ऑफ लव ( Miracle Of Love) नाम की किताब लिखी है। नीम करौरी महाराज के करोड़ों की तादाद में फॉलोअर्स हैं। इनमें प्रमुख रूप से क्रिकेटर विराट कोहली, बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा, एप्पल सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स, फेसबुक संस्थापक मार्क जुगरबर्क, प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी और हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स जैसे कई प्रसिद्ध लोगों का नाम शामिल हैं। विराट कोहली के कैंची धाम आने के बाद यहां आने वाले भक्तों की संख्या में भारी इजाफा हुआ। वीकएंड यानी शनिवार, रविवार को तो बाबा के दरबार में मेला रहता है। हजारों की संख्या में भक्त आते हैं।
बाबा नीम करौरी चमत्कारिक किस्से
जब भंडारे में घी खत्म हो गया
कहते हैं कि एक बार भंडारे में घी खत्म हो गया था। इस पर बाबा के शिष्य परेशान हो गए। शिष्यों के चेहरे को देख बाबा ने उनसे नदी से पानी लाने को कहा। खत्म घी हुआ था बाबा पानी लाने को कह रहे थे, इस पर शिष्यों को कुछ समझ नहीं आया। शिष्य नदी से पानी लाए और उन्होंने इसे बाबा के सामने रखा। बाबा के चमत्कार से नदी का पानी घी में बदल गया।
बाबा को ट्रेन से नीचे उतार दिया
एक बार नीम करोली बाबा ट्रेन से यात्रा कर रहे थे। उनके पास टिकट नहीं था। टिकट न होने पर टिकट क्लेकटर ने ट्रेन रूकवाकर उन्हें ट्रेन से उतरवा दिया। बाबा के उतरने के बाद ट्रेन आगे नहीं बढ़ पायी। ट्रेन का निरीक्षण करने पर कुछ भी कमी नहीं मिली। ट्रेन के कर्मचारी हैरान थे, आखिर यह चल क्यों नहीं रही है। ट्रेन कलेक्टर को ध्यान में आया कि बाबा को उतारने के बाद ट्रेन नहीं चल रही, इसके बाद क्लेक्टर समेत पैसेंजरों ने बाबा से ट्रेन चलवाने की विनती की। कहते है कि बाबा ने शर्त रखी कि रेलवे साधुओं का सम्मान करें और जिस जगह उन्हें उतारा गया है, वहां रेलवे स्टेशन भी बनवाया जाए। इसी जगह पर रेलवे ने नीम करोली बाबा के नाम पर स्टेशन बनवाया । जिसका नाम बाबा लक्ष्मण दास पुरी स्टेशन रखा गया।
और कुएं का पानी मीठा हो गया
बाबा नीम करौली महाराज का जन्म फर्रुखाबाद में हुआ था। कहा जाता है कि वहां एक कुआं था। इस कुएं का पानी बहुत खारा होता था। एक बार बाबा फर्रुखाबाद की यात्रा पर गए थे। किसी ने बाबा को बताया कि कुएं का पानी बहुत खारा है। तब बाबा ने एक शिष्य को कहा, कुएं में एक बोरा चीनी डाल दो, पानी मीठा हो जायेगा। इसके बाद इस कुएं का पानी पीने योग्य हो गया।
इलाहाबाद में गुफा गायब हो गई
इलाहाबाद की घटना है, एक भक्त रास्ता भटक गया। अचानक उनको अँधेरे में एक गुफा दिखाई दी जहां उजाला हो रहा था। जब वह गुफा के पास गए तो, उन्होंने देखा गुफा के अंदर महाराज जी बैठे थे। महाराज जी ने उन्हें भोजन कराया, और कहा कि तू रास्ता भटक गया है तुझे उस तरफ जाना है। भक्त बाबा जी द्वारा बताई गई दिशा की तरफ 15 -20 कदम आगे बढ़ा तो उन्हें वह गांव मिल गया। जिस गांव में उन्हें जाना था। जब भक्त ने पीछे मुड़कर देखा तो , वहाँ न तो गुफा थी और न ही महाराज जी थे। सब बाबा की लीला थी।
बाबा का चमत्कार पर हारवर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर (Professor Richard Alpert at Harvard University) ने लिखी किताब ( Miracle Of Love)
रिचर्ड अल्पर्ट हारवर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर थे। वह मनोविज्ञान के प्रोफ़ेसर थे , मनुष्य को भ्रमित कर देने वाले रासानिक नशे जैसे एलएसडी पर अध्ययन करते-करते, वह खुद एलएसडी के आदि हो गए थे। उनका आध्यात्म पर भी भरोसा था। आध्यात्म की खोज में वह भारत आये और उनकी मुलाकात बाबा नीम करौरी से हुई।
बाबा को साधारण बाबा समझ कर उन्होंने बहुत सारी एलएसडी की गोलियां खाने को दे दी। बाबा सारी गोलियां खा गए मगर उन्हें कुछ भी असर नहीं हुआ। बाबा का यह चमत्कार देख रिचर्ड अल्पर्ट उनका शिष्य बन गया। बाबा ने रिचर्ड अल्पर्ट को नशे से दूर रहने का संदेश दिया और आध्यात्म का नशा करने को कहा। बाबा ने प्रोफेसरअल्पर्ट को रामदास नाम दिया। रामदास ने बाबा के चमत्कारों पर मिरेकल ऑफ लव ( Miracle Of Love) नाम से किताब लिखी। इसके अलावा सेवा फाउंडेशन और हनुमान फाउंडेशन संस्थाओं की सहायता से भारत और विदेशों में आध्यात्म से जुड़ाव और जनकल्याणकारी कार्य किये।