नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में बुधवार को एक बड़ी चूक हुई है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से एक युवक कूद गया। इसके बाद लोकसभा में अफरा तफरी का माहौल बन गया। दस घटना के बाद सदन के कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इससे करीब दस मिनट पहले संसद के बाहर भी एक महीला और एक पुरुष ने नारेबाजी की थी और दोनों ने ही रंगीन पटाखे भी फोड़े थे।
संसद पर आतंकी हमले की बरसी पर संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान अचानक 2 युवक कूद पड़े, जिसके बाद सदन में अफरा-तफरी और हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि संसद की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों युवकों ने सदन की कार्यवाही के दौरान विजिटर गैलरी में छलांग लगा दी। युवक सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए सासंदों की सीट तक पहुंच गया।

मालूम हो कि 13 दिसंबर, 2001 को लोकतंत्र के मंदिर को आतंकियों ने निशाना बनाया था। लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने संसद भवन पर हमला किया था। इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में दिल्ली पुलिस के छह जवान, संसद सुरक्षा सेवा के दो जवान और एक माली शामिल थे। हमले को अंजाम देने आए आतंकियों को ढेर कर दिया गया था। ठीक 22 साल बाद संसद पर आतंकी हमले की बरसी पर लोकसभा के अंदर सुरक्षा उल्लंघन की सूचना मिली। 2 लोग गैलरी से नीचे कूद गए और पर गैस उत्सर्जित करने वाली सामग्री फेंकी जिसके बाद संसद की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। इस बीच कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दो युवक गैलरी से कूदे और उन्होंने कुछ फेंका, जिससे गैस निकल रही थी। उन्हें सांसदों ने पकड़ा, उसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला।

