आज चीन में लगभग हर क्षेत्र में हर जगह युवतियां/महिलाएं काम करती हुई नज़र आती हैं। महानगर हों या कस्बे या फिर ग्रामीण इलाके, महिलाएं बड़ी शिद्दत से अपने काम में जुटी हुई हैं।
By Anil Azad pandey,Beijing
चीन के महान क्रांतिकारी नेता चेयरमेन माओ त्सेतुंग ने कहा था कि ‘आधा आससान महिलाओं का है’। नए चीन की स्थापना से पहले चीन में महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन 1949 के बाद देश की आधी आबादी को समाज में बेहतर सम्मान और जगह मिली। उनके स्वास्थ्य, शिक्षा समेत बुनियादी अधिकारों को तवज्जो दी गयी। इसी का नतीज़ा है कि आज चीन में लगभग हर क्षेत्र में हर जगह युवतियां/महिलाएं काम करती हुई नज़र आती हैं। महानगर हों या कस्बे या फिर ग्रामीण इलाके, महिलाएं बड़ी शिद्दत से अपने काम में जुटी हुई हैं। वे कार, बस,मेट्रो या ट्रेन आदि चलाने में पीछे नहीं हैं, वहीं हवाई जहाज़ भी उड़ाने लगी हैं। जबकि मीडिया, लेखन आदि भी महिलाएं खूब नाम कमा रही हैं।
हालिया रिपोर्ट के मुताबिक युवा और महिला लेखक चीन के ऑनलाइन साहित्य उद्योग में व्यापक रूप से हिस्सा ले रही हैं। यह रिपोर्ट 2019 में चीनी ऑनलाइन साहित्य के विकास को लेकर केंद्रित है।
चाइना ऑनलाइन लिटरेचर प्लस कॉन्फ्रेंस के दौरान जारी रिपोर्ट की मानें तो 90 के दशक की पीढ़ी से महिला लेखकों की संख्या तेजी से इजाफा हुआ है और वे ऑनलाइन साहित्य सृजन में एक बड़ी ताकत बन चुकी हैं।
यहाँ बता दें कि 2019 में, चीन के ऑनलाइन साहित्य लेखकों की संख्या 19.36 मिलियन थी, और अनुबंधित लेखकों की संख्या 770,000 थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के ऑनलाइन साहित्य बाजार ने 2019 में स्थिर विस्तार दर्ज किया, जिसका बाजार आकार 20.17 बिलियन युआन (लगभग 2.95 बिलियन डॉलर) तक बढ़ गया।