देहरादून। पिछले आठ महीने से मानदेय नहीं मिलने पर आशा कार्यकर्ताओं और आशा फैसिलिटेटरो में रोष व्याप्त है, इसके लिए उन्होंने शासन प्रशासन को दोषी बताया है। इस संबंध में आशा कार्यकर्ताओं ने त्यूनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बैठक रखी जिसकी अध्यक्षता कविता सेनवाल ने की।
आशा कार्यकर्ताओं ने आठ महीने से वेतन नहीं मिलने पर शासन प्रशासन को दोषी ठहराया है। इससे पूर्व अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ की महामंत्री ललतेस बिश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय को ज्ञापन सौंपा।
बैठक में आशा कार्यकर्ताओं ने शासन प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि एक तो हमें न्यूनतम मानदेय मिलता है वह भी समय पर नहीं मिल पाता है। कभी पांच महीने में मानदेय मिलता है तो कभी आठ महीने तक इंतजार करना पड़ता है। बैठक में ममता देवी, प्रमिला देवी, उजला देवी, पवित्रता देवी, गीता शर्मा, शीला देवी, सुषमा चौहान, रंजिता देवी, मीरा देवी मौजूद थे। आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर जून माह तक हमारा मानदेय नहीं दिया गया तो हम धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।

