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रुद्रपुर। पुलिस ने भाजपा समर्थित पार्षद प्रकाश धामी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने एक शूटर को अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार राजनीतिक रंजिश के चलते स्थानीय हिस्ट्रीशीटर रहे पूर्व सभासद राजेश गंगवार ने अपने भाई अन्नू गंगवार के साथ मिलकर चार लाख रुपये सुपारी देकर अंतरराज्यीय शूटरों से पार्षद धामी की हत्या कराई थी। हत्याकांड में शामिल मुख्य साजिशकर्ता समेत छह बदमाश अभी फरार हैं।
एसएसपी डीएस कुंवर ने शनिवार की शाम कोतवाली में बताया कि हत्या में शामिल शूटर राजकुमार उर्फ बिट्टू उर्फ अभिषेक निवासी ग्राम बसेरा थाना पिसावा अलीगढ़ को चिह्नित किया गया था। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा, तीन कारतूस और एक मोबाइल बरामद किया गया है। एसएसपी ने बताया कि पार्षद की हत्या के बाद बदमाश हाईवे के टोल बैरियरों से बचते हुए यूपी भागे थे। इसके बाद राजेश गंगवार व अन्नू गंगवार भी फरार हो गए।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस को गोपनीय सूत्रों से पता चला कि भदईपुरा निवासी अन्नू गंगवार और उसके भाई पूर्व सभासद राजेश गंगवार धामी से रंजिश रखते थे। 2017 में राजेश गंगवार पर किशन नेपाली, बृजेश यादव और सोनू मिश्रा ने चुनाव के दौरान जानलेवा हमला किया था।
प्रकाश धामी की ओर से इन हमलावरों की पैरवी की जा रही थी। 2017 में प्रकाश धामी और राजेश गंगवार में विवाद भी हुआ था। नगर निगम चुनाव में प्रकाश धामी के निर्विरोध पार्षद चुने जाने से राजेश गंगवार का राजनीतिक भविष्य और स्थानीय वर्चस्व संकट में पड़ गया था। इसी से राजेश और उसका भाई अन्नू पार्षद धामी से रंजिश रखने लगे थे।
दोनों भाइयों ने पार्षद को ठिकाने लगाने की साजिश रच ली थी। राजेश और अन्नू ने अपने साथी दिनेश शर्मा निवासी सिसैया सितारगंज के साथ मिलकर अन्य राज्यों के पेशेवर शूटरों को पार्षद की हत्या करने के लिए चार लाख रुपये की सुपारी दी थी। एसएसपी ने बताया कि 12 अक्तूबर को एक कार में सवार पांच बदमाशों ने पार्षद धामी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड के खुलासे के लिए सात टीमों को लगाया गया था।


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