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पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के पुरानी बाज़ार में स्थित गांधी भवन में स्थानीय बच्चों के लिए तीन दिवसीय शीतकालीन विज्ञान कार्यशाला शुरू हो चुकी है। आरंभ स्टडी सर्कल द्वारा आयोजित इस बाल विज्ञान कार्यशाला में विज्ञान संबंधी गतिविधियों व क्रियाकलापों के ज़रिए नन्हें छात्र.छात्राओं में विज्ञान की रोचकताओं के प्रति रुचि जगाने का प्रयास किया जाएगा। कोविड.19 संबंधी सभी सतर्कताओं और सावधानियों का पालन करते हुए आयोजित हो रही यह कार्यशाला इस सप्ताह जारी रहेगी।
कार्यशाला के पहले दिन प्रतिभागी बच्चों को बॉडी मेकिंग वर्कशॉप के ज़रिए मानव शरीर विज्ञान से परिचित करवाया गया। समूहों में बँट कर बच्चों ने इस गतिविधि में मानव शरीर का मॉडल बनाते हुए मानव शरीर की बारीकियों व जटिलताओं को जाना और पहचाना।
कार्यशाला के उद्देश्य और रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए आरंभ की दीक्षा ने बताया कि स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल विज्ञान के विषयों से बहुधा ही बच्चे जुड़ाव महसूस नहीं कर पाते हैं। ऐसे में इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों को विज्ञान विषय से जोड़ना और उनमें विषय के प्रति वैज्ञानिक नज़रिया विकसित करना है। हम कार्यशाला के दौरान मानव शरीर.विज्ञान व खगोल विज्ञान से जुड़ी गतिविधियों कर रहे हैं।
आरंभ के ही दीपक ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विज्ञान को आनंददायी तरीक़ों से कर के सीखने पर है। कार्यशाला में ओम, मयंक, सृष्टि, नेहा, स्नेहा, दीक्षा, दीपू मोनू , कीर्ति समेत एक दर्जन से अधिक बच्चे प्रतिभागी के रूप में शामिल हैं। आरंभ के आशीष ने कार्यशाला के आयोजन हेतु स्थानीय युवा निखिल सार्की का विशेष आभार जताया।
कार्यशाला के आयोजन पर स्थानीय अभिभावकों ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि कोविड 19 के बाद से ही बच्चों की पढ़ाई लिखाई बुरी तरह से प्रभावित हो गयी और कक्षाओं का संचालन मोबाइल स्क्रीन तक सीमित हो जाने से स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पढ़ रहा है। ऐसे में इस तरह की कार्यशाला का आयोजन बच्चों के लिए सीखने का एक शानदार मौक़ा है।