By GD Pandey, Delhi
365 दिवसों में एक दिवस,
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस,
1962 से मनाते आ रहे हैं,
5सितंबर, राष्ट्रीय शिक्षक दिवस.
सभी शिक्षकों और शिक्षाविदों को,
मुबारक हो राष्ट्रीय शिक्षक दिवस.
शिक्षक देते शिक्षा और ज्ञान,
उनको मिलना चाहिए पूर्ण सम्मान.
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाते हुए,
6 दशक तो पूरे होने वाले हैं,
शत प्रतिशत शिक्षित करने का राष्ट्रीय लक्ष्य,
कितने दशकों में पूरा करने वाले हैं?
हमारे राजनेता और शिक्षाविद,
रोजगार उनमुखी शिक्षा प्रणाली,
कब तक बनाने वाले हैं?
देश के शिक्षित बेरोजगार,
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर,
कौन सा संकल्प लेने वाले हैं?
ऑनलाइन हो या हो ऑफलाइन,
नई शिक्षा नीति हुई नहीं स्ट्रीमलाइन.
चलती आ रही है वही पुरानी लाइन,
निशुल्क सर्व शिक्षा और समान शिक्षा
सुनिश्चित करती ही नहीं वह लाइन.
सभी को एक समान शिक्षा,
सरकारी और प्राइवेट में एकरूपता,
दोहरे मानदंडों के बैरियर की समाप्ति,
के लिए है क्या कोई तर्कसंगत लाइन?
गुरु देते थे गुरुकुल की शिक्षा,
शिक्षक पढ़ाते हैं पाठ्यक्रम की शिक्षा, जमाने को चाहिए , सर्वांगीण विकास करने वाली शिक्षा.
व्यक्तित्व का विकास करने वाली शिक्षा, आंतरिक क्षमताओं को उजागर करने वाली शिक्षा,
योग्यताअनुसार सबको रोजगार मुहैया कराने वाली शिक्षा,
अमीर और गरीब की खाई मिटाने वाली शिक्षा,
असमानता वाली नहीं, शैक्षिक समरूपता वाली शिक्षा..
हर बच्चे को शिक्षा मिले,
यथायोग्य प्रशिक्षण मिले,
हर हाथ को काम मिले,
हर प्रोफेशनल को प्रोफेशन मिले,
समाज विकास को दिशा मिले,
राष्ट्र को गरिमा और गौरव मिले,
योग्यता और आवश्यकता को सामंजस्य मिले,
मां भारती को सुसंगत सभ्य समाज मिले..
शिक्षक दिवस के अवसर पर,
सभी को सच्ची शुभकामना मिले..