- शहर के कूड़े को लेकर सभासदों ने ईओ के खिलाफ खोला मोर्चा
- पालिका दफ्तर के सामने थाली बजाकर किया धरना-प्रदर्शन
- विधायक के हस्तक्षेप के बाद कूड़ा उठाने को लेकर बनी सहमति
- सभासदों ने किया धरना समाप्त, कूड़ा नहीं उठने पर किया उग्र आंदोलन का ऐलान
By Naveen Joshi
खटीमा। शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों को लेकर सोमवार को नगर पालिका दफ्तर में तीन घंटे तक हंगामा हुआ। सभासदों ने ईओ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पालिका दफ्तर के सामने धरना दिया। उन्होंने थाली बजाकर ईओ के खिलाफ नारेबाजी भी की। विधायक पुष्कर सिंह धामी के हस्तक्षेप पर शहर का कूड़ा उठाने पर सहमति बनी। इसके बाद सभासदों ने धरना समाप्त किया। उन्होंने कूड़ा नहीं उठने पर उग्र आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया।
सोमवार सुबह दस बजे सभी सभासद नगर पालिका पहुंचे और दफ्तर के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने थाली बजाकर ईओ के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि पालिका प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली से पूरा शहर और प्रत्येक वार्ड कूड़ाघर बन गए हैं। इन सबके लिए ईओ को जिम्मेदार ठहराते हुए सभासदों ने कहा कि अगर शहर और वार्डों से कूड़ा नहीं उठाया गया तो सभासद प्रत्येक दिन यहां आकर धरना देंगे। जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल भी करेंगे।
वहीं, सभासदों के धरने को देखते हुए पालिकाध्यक्ष सोनी राणा मौके पहुंची और सभासदों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। सभासदों ने बोर्ड द्वारा पारित प्रस्तावों पर अमल नहीं होने का आरोप लगाते हुए पालिकाध्यक्ष को दस सूत्री मांग पत्र सौंपा। कहा कि डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के बाबत बोर्ड में प्रस्ताव पास होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सफाई नायक द्वारा पर्यावरण मित्र/स्वच्छक मजदूर की उपस्थिति उनके कार्यक्षेत्र में जाकर नहीं लगाई जा रही है। इसके अलावा सभासदों ने मुख्य मार्ग पर सीसीटीवी लगाने, वार्डों की चरमराई प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त कराने, पर्यावरण मित्र रेखा देवी के स्थान पर कार्य करती मिली अन्य महिला पर कार्रवाई करने, शौचालयों को कब्जा मुक्त कराने, पालिका में हुई अवैध नियुक्तियों के मामले में कार्रवाई करने आदि मांगें उठाई।
वहीं, सूचना पर विधायक धामी भी मौके पर पहुंचे और सभासदों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लिखित आश्वासन मिले बिना धरने से उठने को तैयार नहीं हुए, इसके बाद विधायक ने भाजपाइयों के साथ पालिकाध्यक्ष के दफ्तर में जाकर पालिकाध्यक्ष और ईओ से वार्ता की। ईओ धर्मानंद शर्मा ने जल्द ही शहर का कूड़ा हटवाने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद विधायक ने सभासदों के पास जाकर उन्हें कूड़ा हटाने को लेकर बनी सहमति के बाबत जानकारी दी और उनका धरना समाप्त कराया।
इस दौरान व्यापार मंडल अध्यक्ष अरुण सक्सेना, भाजपा नगराध्यक्ष सतीश गोयल, नंदन खड़ायत, कांग्रेस के कार्यकारी नगराध्यक्ष रवीश भटनागर, रमेश जोशी, मनोज बाधवा आदि मौजूद थे। सुबह दस बजे से नगर पालिका में शुरू हुआ हंगामा दोपहर एक बजे जाकर शांत हुआ। धरना-प्रदर्शन करने वालों में सभासद विश्वनाथ यादव, सरिता राना, ललिता कन्याल, खीमा देवी, जेपी सिंह, मुकेश कुमार, संजीत देवी, राशिद अंसारी आदि शामिल थे।
इधर, पालिका कर्मियों ने की ईओ के समर्थन में बैठक
खटीमा। एक तरफ सभासदों ने पालिका ईओ के खिलाफ मोर्चा खोला, वहीं दूसरी तरफ पालिका कर्मियों ने ईओ के समर्थन में सभागार में बैठक की। उन्होंने सभासदों की ओर से किए गए धरने-प्रदर्शन को गलत बताया।
बैठक में पालिका कर्मियों की समस्याओं पर भी चर्चा हुई। कर्मियों को तीन माह से वेतन का भुगतान नहीं होने का मुद्दा भी उठा। इसके अलावा मृतक आश्रितों को सेवा में लेने समेत आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई। इस दौरान संतोष गौरव, दीपक शुक्ला, सुभाष कुमार, खुशबूद्दीन, विजय राना, रामपाल, चंद्रमोहन, हीरालाल, शहजहां आदि मौजूद थे।