भारत और कनाडा के संबंध बिगड़ते जा रहे हैं। निज्जर हत्याकांड के बाद बार-बार दोनों देश उलझते रहे हैं। अब इसी मुद्दे पर दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि उसने 14 अक्तूबर को कनाडा के 6 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। साथ ही कनाडा स्थित उच्चायोग में मौजूद भारत के 6 राजनयिकों को वापस बुलाने का निर्णय किया है। हालांकि इस दौरान कनाडा के विदेश मंत्रालय ने निज्जर हत्याकांड में संलिप्तता को लेकर भारत के 6 डिप्लोमैट्सट्स को निष्कासित करने की घोषणा की है।
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि सभी निष्कासित किए गए छह कनाडाई राजनयिकों को 19 अक्टूबर रात 12 बजे या उससे पहले भारत छोड़ने को कहा गया है। साथ ही भारत ने कहा है कि उसे भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कनाडा सरकार की प्रतिबद्धता पर कोई भरोसा नहीं है। इसे देखते हुए भारत ने अपने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है।
ध्यान रहे कि कनाडा के विदेश मंत्रालय ने 14 अक्तूबर को एक बयान जारी कर संदिग्ध हिंसक आपराधिक गतिविधियों के आरोप में कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को निकालने का निर्णय किया। कनाडा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि निर्णायक सबूत एकत्र करने और पुलिस को संबंधित राजनयिकों से साक्षात्कार करने की अनुमति देने के लिए कनाडा ने भारत से राजनयिक और दूतावास संबंधी छूट छोड़ने और जांच में सहयोग करने को कहा था। लेकिन भारत द्वारा इस मांग को ठुकराए जाने के कारण और कनाडाई नागरिकों की सार्वजनिक सुरक्षा के मद्देनजर कनाडा ने भारत के इन संबंधित राजनयिकों को देश छोड़ने का नोटिस जारी किया है।