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लखनऊ। यूपी सरकार में जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे और उनके खुले पत्र ने सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। मंत्री ने सरकार की कार्यप्रणाली और विभिन्न विभागों में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर एक चिट्ठी सरकार को लिखी है। उन्होंने कहा है कि प्रमुख सचिव अनिल गर्ग उनका फोन बीच में ही काट देते हैं। इसके अलावा विभाग में चलने वाली योजनाओं पर क्या कार्रवाई की जा रही है इसकी सूचना भी उन्हें नहीं दी जाती है।
जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री और हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर सरकार की कार्यप्रणाली सवाल खड़े किये हैं और विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने अमित शाह को अपना त्यागपत्र भी भेज दिया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि ‘नमामि गंगे’ और ‘हर घर जल’ योजना में नियमों की अनदेखी कर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। आरोप लगाया है कि जल शक्ति विभाग में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों और अधिकारियों के स्थानांतरण में गड़बड़ी हुई है।
राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने विभाग के प्रमुख सचिव अनिल गर्ग पर भी सवाल खड़े किए हैं। गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा कि कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादले की सूचना देने में भी उनके साथ भेदभाव किया गया। वहीं, प्रमुख सचिव अनिल गर्ग मेरा फोन बीच में ही काट देते हैं। इसके अलावा विभाग में चलने वाली योजनाओं पर क्या कार्रवाई की जा रही है इसकी सूचना भी उन्हें नहीं दी जाती है।
उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारी राज्यमंत्री को केवल विभाग द्वारा गाड़ी उपलब्ध करा देना ही राज्य मंत्री का अधिकार समझते हैं। उन्होंने लिखा कि इस विभाग में स्थानांतरण सत्र में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार किया है।