Report Ring News, By Suresh Agrawal
Kesinga, Odisha
बीस हज़ार की आबादी वाले शहर केसिंगा को कालाहाण्डी ज़िले का प्रवेश-द्वार माना जाता है और कहने को यहां एक बड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भी है। लेकिन यह जानकर किसी को भी हैरानी हो सकती है यहां अब तक शव-वाहन की व्यवस्था नहीं है। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सम्पन्न वर्ग की बात छोड़ दें, पर किसी आम आदमी की मौत के बाद उसे उठाने के लिए वाहन उपलब्ध न होने की स्थिति में नगरपालिका की कचरा ढ़ोने वाली गाड़ी का सहारा लिया जाता है। देखा जाये, तो मौत के बाद किसी भी पार्थिव शरीर के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया जाना मानवीय गरिमा से जोड़ कर देखा जाता है। पर यहां शव-वाहन के अभाव में कचरा गाड़ी का इस्तेमाल किया जाना विवशता है।
कहने को इस काम के लिये महाप्रयाण योजना के तहत सरकार वाहन उपलब्ध कराती है, परन्तु केसिंगा पर अब तक शासन की नज़र नहीं पड़ी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार केसिंगा से कम आबादी वाले कर्लामुण्डा, नर्ला एवं मदनपुर-रामपुर आदि प्रखण्डों तक को महाप्रयाण वाहन उपलब्ध किया जा चुका है। शायद केसिंगा की मानव गरिमा को अलग समझते हुए इस ओर ध्यान देना ज़रूरी नहीं समझा जाता। इस बारे में आम लोगों द्वारा कई बार लिखित रूप से सरकार का ध्यान आकृष्ट किया जा चुका है, लेकिन किसी के कानों जूं नहीं रेंगती।
जानकारी के अनुसार हाल ही में लोगों द्वारा कालाहाण्डी के राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार से भी इस बारे में लिखित गुहार लगायी गयी है, अब देखना है कि वे इसे कितना शिद्दत से लेते हैं।
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