By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha
विगत कुछ दिनों से नगर में तेज़ी से पैर पसार रहे कोविड-19 ने लोगों की चिंताएं काफी बढ़ा दी हैं। देखने में आ रहा कि गत एक माह से कोरोना विषाणु अधिकतर सम्भ्रांत परिवारों को अपनी चपेट में ले रहा है। आंकड़ों के अनुसार केसिंगा नगरपालिका क्षेत्र के अन्तर्गत अब तक 220 पॉजिटिव केस पाये गये हैं और जिनमें से भी तीन-चौथाई स्वस्थ हो चुके हैं, परन्तु चिंता का सबब यह है कि जहां टेस्टिंग्स के दौरान पहले कम लोग संक्रमित पाये जाते थे, वर्तमान में यह अनुपात काफी बढ़ गया है।
स्थिति का आंकलन करते हुये नगरपालिका प्रशासक सिध्दार्थ पटनायक कहते हैं कि -प्रशासनिक सख़्ती के बावज़ूद यह स्थिति है, यदि नियमों में ढील दी गयी होती तो मंज़र कुछ और ही होता। उन्होंने कालाहाण्डी ज़िले में भवानीपटना तथा जूनागढ़ पालिकाओं से केसिंगा की तुलनात्मक स्थिति का ज़िक्र करते हुये कहा कि -जहां भवानीपटना म्युनिसिपालिटी क्षेत्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या यहां से पांच गुणा है, वहीं जूनागढ़ पालिका में भी यह तादाद दोगुना अधिक है। उन्होंने लोगों के और अधिक जागरूक एवं ज़िम्मेदार होने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुये कहा कि -कुछ लोग इसे गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं एवं संक्रमित होने पर घर में संगरोध नियम का पालन नहीं कर रहे, जिसके चलते भी कोरोना का विस्तार हो रहा है। लापरवाही का आलम यह है कि लोगबाग़ ज़ुर्माना भर कर भी खुले में मुख पर बिना मास्क लगाये घूमते हैं। सामाजिक दूरी की तो तमाम सार्वजनिक स्थलों पर मानों धज्जियाँ ही उड़ाई जा रही हैं।
इस परिप्रेक्ष्य में कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन ठीक से न होने तथा लोगों के लापरवाह होने की बात चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज, केसिंगा अध्यक्ष अनिल कुमार जैन भी स्वीकार करते हुये, विशेषकर व्यापारी समुदाय के लोगों से कहते हैं कि उन्हें सरकारी निर्देशों का ठीक से पालन करना चाहिये, अन्यथा स्थिति भयावह हो सकती है। वैसे देखने में यह भी आ रहा है कि पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाने वाली ट्रेसिंग एवं सघन जांच प्रक्रिया आदि में शिथिलता आ गयी है।