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हाल के वर्षों में देश में हवाई यात्रा करने का चलन तेजी से बढ़ा है। जिसके कारण हवाई अड्डों पर अकसर भारी भीड़ रहती है, जिससे लोगों को काफी देर पर एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ता है। विशेषकर दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े हवाई अड्डों पर यात्रियों की भारी भीड़ एक समस्या है। हालांकि सरकार समय-समय पर दावा करती है कि इस बारे में कदम उठाए गए हैं। लेकिन हकीकत में कुछ खास असर होता नहीं दिखा है। अब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसको लेकर बयान दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हवाई अड्डों पर यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के तरीकों पर ध्यान दिया गया है। बकौल सिंधिया, केंद्र सरकार ने पिछले एक साल के दौरान इस संबंध में कई कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष 6 दिसंबर को राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट सहित देश के अन्य एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की भीड़ की समस्या देखी गयी। सिंधिया ने कहा कि एयरपोर्ट पर भीड़ के कारण मची अफरा-तफरी के मद्देनजर वे विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह के साथ दिल्ली एयरपोर्ट का जायजा लेने गए थे। उस घटना के बाद केंद्र सरकार ने यह निश्चित किया कि आगामी कुछ महीनों में एयरपोर्ट पर होने वाली भीड़ को कम करने के लिए तेजी से काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस पर सफल भी हुई है। सिंधिया के मुताबिक एयरपोर्ट पर भीड़ की वजहों का जब पता लगाया तो यह सामने आया कि एयरपोर्ट पर 5-6 टच प्वांइट्स ऐसे होते हैं जिनसे पैसेंजर एयरपोर्ट पहुंचते हैं। साथ ही हवाई अड्डों पर कुछ सुविधाओं की कमी, एक्सरे मशीन आदि का कम होना, सिक्योरिटी और इमिग्रेशन जैसी समस्याओं के चलते भी एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ ज्यादा लग रही है। सरकार ने इस समस्या को दूर करने के लिए डिजिटल ट्रैवल को बढ़ावा दिया है। वर्तमान में देश के 13 हवाई अड्डों पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। बता दें कि ये ऐसे एयरपोर्ट हैं, जहां से 85 फीसदी यात्री अपनी यात्रा शुरू या समाप्त करते हैं।


