महानगरों से बड़ी संख्या में पहुंचे लोग, गांव में बड़ी रौनक
अल्मोड़ा। धौलादेवी ब्लॉक के चमतोला गॉव इन दिनों 11 दिवसीय बैसी का आयोजन किया जा रहा है। गॉव के लोग मिलजुलकर इस भव्य आयोजन को कर रहे हैं। गांव के सभी लोग इन दिनों भक्ति भाव से दिन रात हरज्यू के मंदिर में पूजा अर्चना में जुटे हुए हैं। गाँव के कई भक्त और श्रद्धालु बैसी में बैठ कर साधना कर रहे हैं। बैसी में शामिल होने के लिए महानगरों में रह रहे लोग भी बड़ी संख्या में गॉंव पहुंच रहे हैं जिससे गॉंव की रौनक में चार चॉंद लग गए हैं। क्या बच्चे, क्या जवान और क्या बुजुर्ग सभी लोग अपने इष्ट की अराधना करते दिख रहे हैं। मंदिर परिसर में महिलाएं भजन कीर्तन कर प्रभु का गुणगान कर रही हैं जिससे सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया है। हरज्यू के मंदिर में सुबह – शाम देवता अवतरित किए जा रहे हैं। बैसी में लोक देवता हरज्यू, गोलज्यू, सैमज्यू और ऐडी देवता के डंगरियों को अवतरित किया जा रहा है।
मालूम हो कि उत्तराखण्ड के पहाड़ी गांवों में वर्षों से गांव की शांति और खुशहाली के लिए बैसी का आयोजन किया जाता है। बैसी में देवी-देवताओं गुणगान कर उन्हें अवतरित किया जाता है और उनसे आशीर्वाद लिया जाता है। गॉंव- घर-परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना की जाती है। बैसी में ढोल, दमाऊं व अन्य वाद्ययंत्रों से देवी-देवताओं को अवतार किया जाता है।

दिल्ïली में रह रहे चमतोला गांव के कुंदन भैंसोडा ने बताया कि उनके गांव में स्थित हरज्यू के मंदिर में बैसी का भव्य आयोजन किया जा रहा है। बैसी पूजा में शामिल होने के लिए अधिकतर लोग गांव गए हैं। कुंदन का कहना है कि उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है और यहां देवी देवताओं का वास है। उनके पूर्वजों के समय से ही उनके गांव में बैसी लगाई जाती रही है। इस बार भी गांव में बैसी का भव्य आयोजन किया जा रहा है। बैसी में देवी-देवता लोगों के शरीर में अवतरित होते हैं और लोगों को आशीर्वाद देते है। उन्होंने बताया कि इस बार की बैसी में पंडित प्रकाश गुरुरानी और भक्त तेज सिंह एवं दिनेश सिंह 11 दिन से कठिन साधना में बैठे हैं जो एक ही समय का भोजन करते हैं और दिन में तीन बार स्ïनान करते हैं। आरती के समय धूनी रमाई जाती है।

