देहरादून। आशा कार्यकर्ता एवं फैसिलिटेटरो की समस्यायों के निराकरण हेतू अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ की प्रदेश महामंत्री रेनू नेगी व महिला मोर्चा अध्यक्ष केदार मंडल सीमा शर्मा के नेतृत्व में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव से मुलाकात की और अपनी समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया। चिकित्सा स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार को सौंपे गए ज्ञापन में आशा कार्यकर्ताओं एवं फैसिलिटेटरों ने उनकी मांगों का समाधान जल्दी से जल्दी करने का अनुरोध किया है।
चिकित्सा स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार को सौंपे गए ज्ञापन में आशा कार्यकर्ताओं एवं फैसिलिटेटरों ने कहा है कि उन्हें 20 दिन के मोबिलिटी की जगह 30 दिन की मोबिलिटी दी जाए। उन्होंने इसमें मप्र सरकार का भी जिक्र किया कि वहां 30 दिन की मोबिलिटी दी जा रही है। साथ ही पीएलए बैठक भत्ता एक हजार रुपए किए जाने की मांग भी रखी है। ज्ञापन में कहा गया है कि आशा कार्यकर्ताओं व फैसिलेटटरों को अत्यंत रिमोट एरिया में जाना पड़ता है जिसके लिए उन्हें ऑटो भी लेना पड़ता है जिसमें उनके पॉच से छह सौ रुपए तक खर्च हो जाते हैं और साथ ही ग्रामीण इलाकों में पंद्रह से बीस किमी तक की दूरी तय करनी पड़ती है इसलिए उन्हें इसके लिए यात्रा भत्ता दिया जाए। उन्होंने सर्दी और गर्मी की वर्दी दिए जाने की मांग भी की है।
मुलाकात में उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार कहती है कि हम उतराखड की नारी शक्ति के लिए सब कुछ कर रहे हैं और वहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत आशा एवं आशा फैसिलिटेटरो को मजदूर के बराबर भी मानदेय नहीं मिल पा रहा है। ज्ञापन सौंपने वालों में रेनू नेगी प्रदेश संघ आशा फैसिलेटर प्रदेश महामंत्री, लक्ष्मी कुकरेती, सुमित्रा चौहान, महिला मोर्चा उपाध्यक्ष सीमा शर्मा शामिल थे।