हल्द्वानी। पुलिस ने नकली नोटों की सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये पश्चिम बंगाल से उत्तराखंड में नकली नोट सप्लाई कर रहे थे। इसके पास से 3 लाख 7 हजार रुपए के नकली नोट बरामद हुए हैं।
नकली नोट खपाने वाले सीबी गंज बरेली के सनईया रानी निवासी आसिफ अंसारी उर्फ आशिक रजा, सय्यद मौज्जम अली, लालकुआं के हाथीखाना स्थित संजयनगर निवासी अली मोहम्मद, विकासपुरी खैरानी निवासी विनोद कुमार, उसके चचेरे भाई संतोष कुमार और उसके जीजा पश्चिमी घोड़ानाला बिंदुखत्ता निवासी विजय टम्टा को गिरफ्तार किया है। सभी के पास से पुलिस को अलग-अलग कुल 2.98 लाख रुपये कीमत की नकली करेंसी बरामद हुई है।
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एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि बीती 9 अक्टूबर को लालकुआं निवासी शुभम वर्मा नाम के एक सुनार को गिरफ्तार किया गया था। जिसके पास से 9 हजार रुपए के नकली नोट बरामद हुए थे। मुख्य आरोपी शुभम वर्मा से पूछताछ की गई तो कई खुलासे हुए। पूछताछ में पता चला कि नकली नोट के कारोबार में कई लोग शामिल हैं। जिसके बाद पुलिस ने अलग-अलग लोगों से पूछताछ कर 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से 2 लाख 98 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए गए। पूछताछ में सामने आया कि नकली नोटों की खेप पश्चिम बंगाल के मालदा से उत्तराखंड में लाकर अलग-अलग क्षेत्रों में खपाई जा रही थी। जांच पड़ताल में पता चला कि नकली नोटों का कारोबार करने वाले मुख्य आरोपी शुभम वर्मा के खाते से भारी मात्रा में पैसों का लेनदेन हुआ है।
एसएसपी मीणा ने बताया कि 9 अक्टूबर को शुभम वर्मा को गिरफ्तार किया गया था। 6 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। शुभम वर्मा को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। इसके अलावा नकली नोट के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को खराब करने की कोशिश की गई है, इसकी सूचना केंद्रीय एजेंसी को दी गई है।