अल्मोड़ा। भैसियाछाना विकास खंड के रीठागाड क्षेत्र स्थित कुनखेत गांव में जैगन नदी में बने झूलापुल की हालत खस्ता हो चुकी है जिससे इस पुल से आवाजाही करना किसी खतरे से कम नहीं है। यहां के लोगों ने शासन प्रशासन से शीघ्रताशीघ्र पुल की मरम्मत की मांग की है। सितंबर 2021 में भारी आपदा के कारण इस पुल की फाउन्डेशन जैगन नदी के पानी के बहाव से ध्वस्त हो गई थी, तब से इस पुल की मरम्मत नहीं हो पाई है। यही नहीं पुल के नटबोल्ट भी जंग लगने से खराब हो चुके हैं।
रीठागाडी दगडिय़ों संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह नेेगी ने बताया कि वर्ष 2010में इस झूला पुल का निर्माण किया गया था, सितंबर 2021 में आपदा के कारण इस पुल की फाउन्डेशन जैगन नदी के पानी के बहाव से ध्वस्त हो गई थी, तब से यह पुल लोगों के चलने लायक नहीं है। यही नहीं पुल के नटबोल्टो में भी जंग लग चुका है। उन्होंने बताया कि तत्कालीन विधायक रघुनाथ सिंह ने इस पुल की फाउन्डेशन व नटबोल्टो की मरम्मत के लिए लोकनिर्माण विभाग को अवगत कराया था। कुछ दिन काम चला और एक चैकडाम बना कर काम छोड़ दिया गया। यह झूला पुल रीठागाड क्षेत्र के दर्जनों गांवों को जोड़ता है। इस पुल की मरम्मत नही की गई तो कभी भी इसमें अनेहोनी हो सकती है। जो लोगों के आवागमन के लिए खतरे से कम नहीं है।
स्थानीय लोगों ने शासन प्रशासन से जल्द से जल्द कुनखेत झूला पुल की मरम्मत कार्य की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता कुंदन सिंह बोरा, महेन्द्र सिंह भंडारी, राजेन्द्र सिंह बोरा, गोविंद सिंह बोरा, प्रेम सिंह बोरा, मोहन सिंह बोरा, जगत सिंह बोरा ने पुल को जल्द से जल्द ठीक किए जाने की मांग की है।