नई दिल्ली। डॉ. बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के महानिर्वाण दिवस पर प्रो. वरखेड़ी ने कहा कि यह दिवस सशक्त राष्ट्र निर्माण का संकल्प दिवस भी है। आज अपना राष्ट्र जो आत्मविश्वास तथा स्वाभिमान के साथ पूरी दुनिया के सामने डटा है उसमें बाबा साहब का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है । प्रो. वरखेड़ी ने कहा कि बाबा साहब ने जो संस्कृत भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने का स्वप्न देखा था। इस तथ्य को समझने समझाने का भी समय आ गया है। इस क्षेत्र के अनुसंधान में भाषा वैज्ञानिकों, इतिहासविदों तथा सामाजिक चिन्तकों को विशेष कर संस्कृत के छात्र छात्राओं और संस्कृत अनुरागियों को बाबा साहेब की इससे संबंधित मूल भावनाओं को समझ कर देश की उन्नति में संस्कृत की भूमिका को देश के सामने रखना होगा ।
कुलपति प्रो वरखेड़ी जी ने कहा कि जीवन में आज न केवल उनके बौद्धिक चिन्तन की मांग है, बल्कि उनके जीवन संघर्षों से भी प्रेरणा लेकर आत्मविश्वास के साथ देश की चतुर्दिक उन्नति में अपना ठोस और दूरगामी भूमिका निभाना समय की मांग है।

