सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि रहेंगे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
Report ring Desk
नई दिल्ली। राष्ट्रीय सेवा भारती के सहयोग से दिया जाने वाला संत ईश्वर सम्मान की घोषणा कर दी गई है। दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में बुधवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता में संत ईश्वर सम्मान समिति की महासचिव सुश्री वृंदा ने ज्यूरी सदस्यों की उपस्थिति में इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एवं जूना पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज की उपस्थिति में 13 नवम्बर को विज्ञान भवन में ये सम्मान दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष संत ईश्वर सम्मान अपने स्थापना वर्ष से लेकर अब तक सम्मान देने का शतक पूरा करने जा रहा है। इस समारोह में अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे। इस वर्ष भी यह सम्मान सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गो हेतु जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे संगठनों एवं व्यक्तियों को दिया जा रहा है।
संवाददाताओं को संबोधित करते हुए संत ईश्वर फाउंडेशन के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने बताया कि वर्ष 2015 से प्रारंभ हुए संत ईश्वर सम्मान ऐसे संगठनों एवं व्यक्तियों को दिया जाता है जो समाज की नजरों से दूर निस्वार्थ भाव से समाजसेवा का कार्य कर रहे हैं। यह सम्मान व्यक्तिगत एवं संस्थागत रूप में मुख्यत: चार क्षेत्रों-जनजातीय , ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास एवं विशेष योगदान (कला, साहित्य, पर्यावरण, स्वास्थ्य और शिक्षा) में तीन श्रेणियों 1 विशेष सेवा सम्मान, 4 विशिष्ट सेवा सम्मान एवं 12 सेवा सम्मान के रूप में दिया जाता है। सम्मान स्वरूप शॉल, 5 लाख रुपए की राशि प्रत्येक, एवं 1 लाख राशि प्रत्येक एवं सभी विजेताओं को शॉल, ट्राफी, प्रमाण- पत्र व प्रतीक मुद्रा के रूप में भेंट की जाती है। सम्मान में कुल 32 लाख रुपए की धनराशि से व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया जाता है। विगत वर्षो में 84 व्यक्ति/संस्थाओं को सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें से 6 व्यक्तियों/संस्थाओं को बाद में भारत सरकार ने पद्म पुरुस्कारों से भी सम्मानित किया। इस वर्ष संत ईश्वर सम्मान अपने स्थापना वर्ष से लेकर अब तक सम्मान देने का शतक पूरा कर लेगा।
कपिल खन्ना ने बताया कि इस समारोह में 100 ऐसी साधक विभूतियों पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया जाएगा जिन्होंने समाज कल्याण के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस अवसर पर उसके कवर पेज का लोकार्पण भी किया गया।
कपिल खन्ना ने कहा सेवा परमो धर्म की भावना को चरितार्थ करते हुए इस सम्मान के निर्णायक मंडल एस. गुरुमूर्ति सीएए निर्देशक (भारतीय रिजर्व बैक)प्रमोद कोहली (सेनि) मुख्य न्यायाधीश (सिक्किम उच्च न्यायालय) सेनि अध्यक्ष, केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल (कैट) पद्मश्री जवाहर लाल कौल वरिष्ठ पत्रकार, अध्यक्ष, जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र, पद्मश्री राम बहादुरुर राय, अध्यक्षए इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, पन्नालाल भंसाली अध्यक्ष राष्ट्रीय सेवा भारती एवं गुणवंत कोठरी अखिल भारतीय कार्यकरिणी सदस्य, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सम्पूर्ण भारतवर्ष में अभावग्रस्त और दुरूह प्रदेशों में समाज की सेवा के कार्य करने वाले व्यक्तियों/संस्थाओं का चयन करने में अपना समय दिया।
संत ईश्वर सम्मान 2022
विशेष सम्मान: इस वर्ष विशेष सम्मान के रूप में बेंगलुरु कर्नाटक के भानुमति नरसिम्हन, आर्ट आफ लिविंग, को संत ईश्वर विशेष सेवा सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
जनजाति क्षेत्र में: मिजोरम के आइजोल से पुइथियाम रोरेलियाना, कर्नाटक के अंबिकापुर से कौसल्या रवीन्द्र हेगड़े, सिक्किम के पूर्वी सिक्ïिकम से सोनम डुप्डेन लेपचा, मध्यप्रदेश के बड़वानी से मेवालाल पाटीदार को जनजाति क्षेत्र में संत ईश्वर सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र : ग्रामीण क्षेत्र में गुजरात के सूरत से राम कुमार सिंह, गुजरात के कच्छ से नीलकंठ गौ विज्ञान केंद्र, तेलंगाना के सिकंदराबाद से पल्ïले सर्जन, उत्तर प्रदेश के बरेली से खुशहाली फाउंडेशन को सम्मानित किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास क्षेत्र: महिला एवं बाल विकास क्षेत्र में गुजरात के अहमदाबाद से श्री गुरुजी ज्ञान मंदिर, जम्मू से मुक्ति संस्था, महाराष्ट्र के औरंगाबाद से सावित्री बाई फुल महिला एकात्म समाज मंडल और बिहार के गया से वंदे मातरम युवा मिशन को सम्मानित किया जाएगा।
विशेष योगदान क्षेत्र: विशेष योगदान क्षेत्र में पंजाब के फरीदकोट से उमेन्द्र दत्त, राजस्थान के जयपुर से डॉ तपेश माथुर, उत्तराखण्ड के गढ़वाल से सच्चिदानंद भारती, अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग से वानवंड लॉंसु और राजस्थान से जयपुर के मैजर सुरेंद्र नारायण माथुर को सम्मानित किया जाएगा।