ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में उद्यमिता को बढ़ावा देगा
Report ring Desk
नई दिल्ली। भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (आईपीसीए) ने अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स के माध्यम से युवा और उत्साही दिमाग तक पहुंचने में सहयोग करने के लिए टेरी स्कूल ऑफ एडवांस स्टडीज (टीईआरआई एसएएस) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सर्टिफिकेट कोर्स युवाओं को प्रभावी ढंग से कचरे के प्रबंधन और इसके पुनर्चक्रण और वसूली को बढ़ाने में उद्यमिता के दायरे का पता लगाने के लिए प्रशिक्षण देने पर केंद्रित होगा।
आईपीसीए एक पंजीकृत गैर सरकारी संगठन है, जो पिछले दो दशकों से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहा है और विभिन्न हितधारकों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में शामिल रहा है। यह प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के लिए सीपीसीबी एनसीटी दिल्ïली सरकार और जम्मू और कश्मीर सरकार द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति का सदस्य है। टेरी एसएएस, एक उच्च शिक्षा संस्थान, जो सतत विकास के लिए खुद को समर्पित करता है, दो दशकों से अधिक समय से ऊर्जा, पर्यावरण और स्थिरता के मुद्दों पर सीखने के कार्यक्रमों का विकास कर रहा है।

आईपीसीए के निदेशक आशीष जैन के अनुसार ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में उद्यमशीलता के रास्ते तलाशने में युवाओं को सशक्त बनाने के लिए टेरी स्कूल ऑफ एडवांस स्टडीज के साथ हाथ मिलाना हमारे लिए सम्मान की बात है एवं हमें विश्वास है कि यह पाठ्यक्रम ठोस कचरे विषय पर समाज में जागरूकता पैदा करेगा।
टेरी स्कूल ऑफ एडवांस स्टडीज प्रोफेसर अरुण कंसल डीन (अकादमिक) ने इस समझौते पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत के अधिकांश बड़े शहरों में सबसे बड़ी समस्याओं में से एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से निपटने हेतु युवाओं की भूमिका को ध्यान में रखते हुए टेरी स्कूल ऑफ एडवांस स्टडीज और भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ के बीच समझौता किया गया है जो ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में उद्यमी बनने के लिए युवाओं की रुचि को बढ़ाएगा। हमारा प्रशिक्षण न केवल युवाओं को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि एक समस्या का स्थायी समाधान प्रदान करके बदलाव की सुविधा भी प्रदान करेगाए। यह सर्टिफिकेट कोर्स कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है जहां वैचारिक समझ को फील्ड एक्सपोजर के साथ मिश्रित किया जाएगा।

