पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ महाविद्यालय में 16 अप्रैल 2021 को, भीमराव अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराया गया। शिक्षाशास्त्र विभाग व आरंभ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में दीवार पत्रिका विमोचन, विचार गोष्ठी व क्विज शामिल रहे।
प्राचार्य अशोक नेगी ने कार्यक्रम उद्घाटन करते हुए अंबेडकर के विचारों की महत्वता पर बात रखी। उन्होंने कहा कि अंबेडकर शिक्षा को ही समाजिक परिवर्तन का सबसे बड़ा हथियार मानते थे। हमें जनमानस तक उनके विचारों को पहुंचाने की जरूरत है।
कार्यक्रम का संचालन मुस्कान व अमित द्वारा किया गया। मुस्कान में कार्यक्रम का लक्ष्य बताते हुए कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी पिछड़ों दलितों आदिवासियों और महिलाओं की स्थिति में बहुत ज्यादा सुधार नहीं हुआ है, तो ऐसे में जरूरत है किंतु विचारों को फिर से पढ़ने व नए तरीके से लागू करने की जरूरत है।
“अम्बेडकर जी के शैक्षिक विचारों की वर्तमान समय मे प्रासंगिकता” पर केंद्रित विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ मुन्नी पाठक व डॉ देव आशीष रहे।
डॉ मुन्नी पाठक ने विषय पर बात रखते हुए कहा कि अंबेडकर जी का मूल मंत्र समानता था और वो चाहते थे कि किसी भी मनुष्य के मन में दूसरे मनुष्य के प्रति हीन भावना न हो।
डॉ देव आशीष ने उनके शिक्षा व मनोवैज्ञानिक पहलू पर बात रखी। उन्होंने कहा कि अंबेडकर जिस सच्छी आजादी की बात करते थे, वो सिर्फ किसी एक खास वर्ग से नही बल्कि सभी वर्गों, लिंगों, जातियों के उत्थान के जरिए ही होगा।
आरंभ की अंबेडकर पर केंद्रित “दीवार पत्रिका” का विमोचन प्राचार्य डॉ अशोक नेगी जी द्वारा किया गया। दीवार पत्रिका पर बात रखते हुए दीपक ने रचनात्मकता के लिए दीवार पत्रिका को एक महत्वपूर्ण मंच बताया।
कार्यक्रम में डॉ अशोक नेगी, प्रो मुन्नी पाठक, प्रो प्रेमलता , डॉ देव आशीष, डॉ सोनी टम्टा , प्रो नीलाक्षी , डॉ गीता , डॉ बृजेश , डॉ शोभा, डॉ रश्मि, आदि शिक्षक मौजूद रहे।