अल्मोड़ा। भैसियाछाना ब्लॉक के ग्राम सभा बबुरियानायल लम्बे समय से अपने गांव के लिए सड़क की मांग करते आ रहे हैं लेकिन उनकी मांग को नहीं सुना जा रहा है। यही नहीं गांव को मुख्यमार्ग धौलाछीना से जोडऩे वाला पैदल मार्ग भी पिछले डेढ़ साल से भारी बरसात के कारण टूट चुका है, जिससे लोगों को मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सिविल एवं सोयम वन प्रभाग को जल्द से जल्द इस पैदल मार्ग को ठीक कराने की मांग की है। अन्यथा धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने का बीड़ा उठाया है।
बबुरियानायल के लोगों व ग्राम प्रधान महेश बोरा की ओर से सिविल एवं सोयम वन प्रभाग को लिखे पत्र में कहा गया है कि ग्राम गौनाय-धौलाछीना पैदल मार्ग जिसकी लम्बाई 10 किमी है, अक्टूबर 2021 में हुई भयानक बारिश से यह मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। पैदल मार्ग टूटने से पैदल चलने वाले लोगों को मुख्य मार्ग तक पहुंचने में बड़ी कठिनाई हो रही है। वन विभाग से बार बार निवेदन करने के बाद भी इस मार्ग को ठीक नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2021 तक इस पैदल मार्ग का मरम्मत कार्य वन विभाग ही करता आया है। लेकिन पिछले साल बारिश में पैदल मार्ग ध्वस्त होने के बाद इस मार्ग की सुध लेने वाला कोई नहीं है जिससे इस मार्ग से चलने वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बीमार व बुजुर्ग लोगों को बड़ी कठिनाई हो रही है।
ग्राम प्रधान महेश बोरा ने बताया कि अगर वन विभाग ने हमारे सड़क मार्ग के लिए अपने स्तर उचित कार्रवाई नहीं की तो बबुरियानायल ग्राम सभा के लोग धरना- प्रदर्शन के लिए मजबूर हो जाएंगे। गांव तक सड़क नहीं होने और आए दिन मुसीबतों का सामना करने के कारण गांव के 60 परिवार पलायन कर चुके हैं। यही नहीं 10 किमी जंगल के रास्ते पैदल चलने पर जंगली जानवरों का डर भी बना रहता है।
इससे पूर्व भी यहां के लोगों ने सड़क की मांग को लेकर लोकसभा और विधानसभा चुनाव के समय सड़क की मांग रखी और चुनाव का बहिष्कार भी किया लेकिन उनकी मांग अभी पूरी नहीं हो पाई।