तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही मचा कोहराम
सैन्य सम्मान के साथ देर शाम किया गया अंतिम संस्कार
By Naveen Joshi
खटीमा। महतगांव निवासी आर्मी जवान गजेंद्र सिंह पानू (32) पुत्र किशोर सिंह पानू का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम छह बजे आर्मी की एंबुलेंस में उनके निवास स्थान पहुंचा। तिरंगे में लिपटा बेटे का पार्थिव शरीर देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। जवान का देर शाम सैन्य सम्मान के साथ बनबसा के शारदा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।

गजेंद्र सिंह पानू की एक अगस्त की रात ट्रेन में हुई दुर्घटना में मौत हो गई थी। सोमवार को इसकी सूचना परिजनों को दी गई। इसके बाद मंगलवार सुबह जवान के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया गया, जहां आर्मी के अस्पताल में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद मंगलवार दोपहर बाद एंबुलेंस से पार्थिव शरीर जवान के निवास स्थान भेजा गया। शाम छह बजे जवान का पार्थिव शरीर उनके आवास पहुंचा, जहां पहले से ही सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे। अंतिम दर्शन के दौरान परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। यह देख वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें भी छलक गई।

जवान के अंतिम दर्शन कराने के बाद आर्मी के अधिकारी पार्थिव शरीर लेकर बनबसा पहुंचे, जहां बनबसा से आए आर्मी के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ गजेंद्र को अंतिम विदाई दी। इस दौरान आर्मी के अधिकारियों के साथ ही कई जनप्रतिनिधि और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।
आर्मी के अधिकारियों ने परिजनों को बताया कि गजेंद्र की मौत कैसे हुई, इसकी जांच की जा रही है। बता दें कि गजेंद्र भाई-बहनों में सबसे छोटा था। राखी के दिन भाई के मौत की सूचना मिलने पर बहन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

